
उरई प्रदेश में निजी नलकूप एवं ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू बिजली के दामों में की बढोत्तरी वापिस लिये जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने सरकार के विरोध मेें गांधी चबूतरा पर धरना दिया जिसके बाद मुख्यमंत्री को सम्बोधित 7 सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार उरई को सौंपा।
भारतीय किसान यूनियन ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर कोतवाली के सामने गांधी चबूतरा सरकार के विरोध में धरना दिया जिसकी अध्यक्षता रामकुमार पटेल तहसील अध्यक्ष ने की जिसका संचालन दुजन सिंह निरंजन किया। धरना सभा को सम्बोधित करते हुये तहसील अध्यक्ष रामकुमार पटेल ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने बिजली के दामों में अचानक की गई 50 से लेकर 150 तक की बढोत्तरी से किसान व मजदूर की कमर टूट जायेगी। जबकि किसी भी वस्तु का रेट थोक मूल्य सूचांक या मंहगाई दर के आधार पर तय किया जाता है तथा किसानों की फसलों के मूल्य में मंहगाई दर से भी कम वृद्धि की जाती है। उन्होंने सरकार से बिजली की बढी दरों को वापस लिये जाने तथा नई दरें घोषित किये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि एनजीटी के पुराने वाहनों पर आदेश से ट्रैक्टर को मुक्त किया जाये तथासभी तरह के वाहनों की समय सीमा 15 वर्ष की जाये। किसानों को आवारा पशुओं से निजात दिलाई जाये तथा प्रदेश में अन्ना प्रथा पर रोक लगाई जाय। धरना सभा को प्रमुख रुप से डा. दुजेन्द्र सिंह, भगवान दास मास्टर, देवेन्द्र कुमार, भारतभूषण तिवारी, मान सिंह, माघव सिंह, रामकुमार, जगदीश मास्टर, अमृत सिंह, सतीष तिवारी, नरेन्द्र मिश्रा, राधाचरण, गुलाब सिंह, ताराचन्द्र, अजय बरसार ने किया सम्बोधित। धरना सभा के बाद मुख्यमंत्री को सम्बोधित 7 सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार उरई को सौंपा।






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