
उरई । अन्ना प्रथा से निजात न मिल पाने के कारण किसान व्याकुल हो उठे हैं । उनके धैर्य की सीमा टूटने से कानून व्यवस्था के लिए भी संकट गहराने लगा है । इसकी बानगी सोमवार को सामने आई जब किसान मवेशियों को लाठी डंडों से हांकते हुए कलेक्ट्रेट में घुस आए जिससे अफ़रा तफ़री मच गई । इस दौरान एक कार्यक्रम में शामिल अपर पुलिस अधीक्षक कलेक्ट्रेट में मौजूद थे । उनके निर्देश पर पुलिस कर्मी जब किसानों को खदेड़ने दौड़े तो लोग विरोध में खड़े हो गए । इसके वाबजूद पुलिस कई किसानों को हिरासत में ले कर कोतवाली ले गई ।
कलेक्ट्रेट में आज गहमागमी का माहौल था । एक ओर सभाकक्ष में जिलाधिकारी सड़क सुरक्षा की बैठक कर रहे थे जिससे अधिकारियों की गाड़ी का जमावड़ा कलेक्ट्रेट में लगा था । दूसरी ओर कोषागार के सामने पेंशनर्स का सम्मेलन चल रहा था । इस सम्मेलन में भी अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र नाथ तिवारी सहित कई अधिकारी मौजूद थे । इसी बीच किसान हांका लगाते हुए गोवंश का झुंड ले कर घुस आए जिससे भगदड़ मच गई । यह देख कर अपर पुलिस अधीक्षक ने किसानों को ललकारा । उनकी ललकार सुन कर पुलिस किसानों के पीछे डंडे ले कर दौड़ पड़ी । अपर जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक ने स्वयं भी कई कई किसानों को घसीट लिया । हालांकि कई पेंशनर्स कार्रवाई के विरोध में खड़े हो गए जिस पर अधिकारी ढीले पद गए । दूसरी ओर कोतवाली पुलिस ने चुपके से कई किसानों को मौके से टांग लिया और उन्हे कोतवाली ले गयी ।






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