कोंच-उरई । जरूरत की जगह पर पुलिस के तत्काल उपलब्ध होने की सरकार की मंशा बुधवार को पूरी तरह से फलीभूत होती दिखी। चित्रकूट से कर्नाटक जा रहे एक साधु का रुपयों से भरा बैग झांसी से रवतपुरा जाने बाली रोडवेज बय में छूट गया था। साधु ने यूपी 100 को फोन मिला कर बस नंबर बताया और कोंच पहुंचने का अनुमानित समय बता दिया। कोंच की यूपी 100 बाइक ने तत्काल सूचना पर संज्ञान लिया और कोंच पहुंचने से पहले ही बस को रोक कर बैग बरामद कर लिया। बाद में फोन करके साधु को कोंच बुला कर बैग उनके सुपुर्द कर दिया।

सत्तर बर्षीय साधु बिष्णुदयाल पुत्र रामअवतार निवासी राजापुर चित्रकूट मंगलवार को चित्रकूट से रोडवेज बस में सवार हुए और देर शाम झांसी बस स्टैंड पर उतर गए। जल्दबाजी में उनका बैग बस में ही रखा रह गया और बस झांसी से वाया कोंच रावतपुरा के लिए निकल चुकी थी। बिष्णुदयाल ने अक्लमंदी से काम लेते हुए यूपी 100 को फोन मिला दिया और बताया कि उनका बैग रोडवेज बस में छूट गया है। यूपी 100 बाइक सं. 3632 के सिपाही पुष्पेन्द्रसिंह व एचसीपी राजवीर सिंह व अनिलकुमार ने सूचना पर तत्काल संज्ञान लिया और रात 11 बजे रोडवेज के बस स्टैंड पहुंचने से पहले ही मारकंडेयश्वर तिराहे पर बस रोक कर छानबीन की तो बैग मिल गया। सिपाहियों ने बैग सुरक्षित रख कर बिष्णुदयाल को अवगत करा दिया। बुधवार को बिष्णुदयाल कोंच आए और यूपी 100 के सिपाहियों ने कोतवाली में बैग उनके सुपुर्द कर दिया। बैग पाकर बिष्णुदयाल ने तो सिपाहियों को शाबाशी दी ही, आम नागरिकों ने भी उनके कार्य की भूरि भूरि सराहना की। बिष्णुदयाल ने बताया कि बैग में 64 हजार रुपए नकद, चांदी का एक गिलास, नीलम और हीरे की अंगूठियों के अलावा और भी कीमती सामान था जो सकुशल उन्हें मिल गया। प्रयागराज से लौट कर बिष्णुदयाल को कर्नाटक जाना था।

 

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