
उरई । 21 जनवरी से 30 जनवरी तक जालौन , इटावा , औरैया और कानपुर देहात जनपदों में धारावाहिक लूट करने वाले गिरोह को छिन्न भिन्न करने में जिले की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है । सोमवार को कुठौंद थानाध्यक्ष दीपक मिश्रा ने फौज के नाम को बदनाम करने वाले एक आरोपित को पकड़ लिया गया । शातिर कारनामे देखते हुए इसे पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने 15 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था ।
अपनी आतंकी शैली के कारण दहशत का पर्याय बने इस गिरोह ने हर वारदात में तमंचे से फायर करके अपने टार्गेट को बुरी तरह डरा कर लूटा था । खतरनाक आरोपियों का यह केवल दिखावा भर नहीं था । इसी दौरान एक सर्राफ ने जब अपना माल देने में आनाकानी की तो इन्होने सचमुच में फायर दाग कर उसे जख्मी कर डाला था ।
इनके पाप का घड़ा ही भरा गया था जो इन्होने जालौन जिले में भी 23 जनवरी को उस समय हिमाकत कर डाली जब औरैया निवासी राजेश अवस्थी को पत्नी के साथ बाइक से रिश्तेदारी में सिरसाकलार जाते समय इन्होने कुठौंद थाना क्षेत्र में छेंक लिया और उनसे लूट कर ली । इसके कारण ये जालौन की स्मार्ट पुलिस की निगाह में चढ़ गए जो इन्हे महंगा साबित हुआ । नतीजतन 5 फरवरी को गिरोह का एक प्रमुख सदस्य मोनू गौतम निवासी इटावा को पकड़ लिया गया । उसने अपने 2 और साथियों के नाम बताये जिनमें अंकित उर्फ नितिन उर्फ फ़ौजी निवासी इटावा आज पकड़ में आ गया । पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि उससे गहन पूंछताछ की जायेगी ताकि और अनसुलझी वारदातों का भी सुराग मिल सके । समय रहते तेजी से सिर उठा रहे खतरनाक गिरोह के दमन को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है ।






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