
उरई । जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर के भूजल संचय कोष प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय स्तर पर नवाजा गया है। सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में उन्हें इस पहल के लिए सम्मानित किया गया तो पूरे जनपद का सिर गर्व से ऊंचा हो गया ।
अभिनव कार्यक्रमों के जरिये जालौन जिले को इतिहास में दर्ज कराने के कई पायदान चढ़ चुके यहां के जिलाधिकारी ने इसमें नई कड़ी जल संरक्षण के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट कोशिश से जोड़ी है । उन्होने लोगों में पानी को पूंजी और भूजल को कोष के रूप में पहचानने की ऐसी अद्भुत चेतना का प्रस्फुरण किया जैसे किसी क्रांति का आगाज कर दिया हो । इसके लिए उन्होने अस्तित्वमान बंधों का पॅंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से कायाकल्प और सुद्र्णीकरण कराया । इससे सिंचाई क्षमता को 1930 हेक्टेयर से बढ़ा कर 3900 हेक्टेयर कर दिया गया जो शानदार और दृश्य फलितार्थ है । सिंचन क्षमता में यह 102 फीसदी की बढ़ोत्तरी है । प्रभावी चैक डेम की संख्या इसके चलते 108 से 256 हो गई है । 100 हजार किसान और उनके परिवारों को वरदान देने वाली इस पहल पर सरकार रीझे बिना रही और उसका नतीजा है डॉ मन्नान अख्तर को मिला पुरस्कार जो सारे जिलाधिकारियों में नई होड़ जगाने का सबब बन गया है ।






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