माधौगढ़-उरई । देश में किसानों के लिए 6 हजार रुपये की योजना लाकर मोदी किसानों के रहनुमा बनने की राह पर हैं लेकिन वास्तविकता में किसानों को गुमराह कर उनके साथ मजाक किया जा रहा है। पात्र होने के बाद 24 फरवरी को उनके खातों में 2000 की पहली किस्त भेज दी गई। उसके बाद दूसरे दिन पैसे रिवर्स कर लिए गए। जिससे किसान अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।
ऐसा ही मामला माधौगढ़ तहसील के अमखेड़ा गाँव का है,जहां पात्र होने के बाद किसान इंद्रभान पुत्र रामपाल के खाता में 24 फरवरी को 2000 रुपये भेज दिए गए और 25 फरवरी को पैसा वापिस कर लिए गए। इससे किसान आक्रोशित हो रहे हैं। ऋण माफी योजना में भी पहले किसानों का कर्ज माफ किया गया उसके बाद उनके खातों से पैसे वापिस कर लिए गए। इससे तो किसानों को यही लग रहा है कि उन्हें गुमराह किया जा रहा है।






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