लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा प्रत्याशियों की एक और सूची जारी की। उत्तर प्रदेश को लेकर भाजपा नेतृत्व बेहद सशंकित है जो कि सूची देखने से उजागर हो जाता है। पार्टी ने मेनका गांधी और उनके पुत्र वरुण गांधी तक का टिकट काटने का साहस नही कर पाया है। आगरा से अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष डा. रामशंकर कठेरिया का टिकट काटने से नाराजगी का जो माहौल बना था उससे डर जाने के चलते नई सूची में कठेरिया को इटावा से प्रत्याशी बना दिया गया है। राज्य सरकार के दो कैबिनेट मंत्री को भी पार्टी ने चुनाव में उतार दिया है। सूची में सबसे ऊपर नाम रामपुर से फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा का है जिन्हें डा. नेपाल सिंह के स्थान पर उम्मीदवार बनाया गया है। मेनका गांधी को इस बार उनके बेटे की सीट सुल्तानपुर से उम्मीदवार बनाया गया है जबकि पीलीभीत से उनकी जगह वरुण गांधी के नाम की घोषणा कर दी गई है। धौरहरा में भी रेखा वर्मा की उम्मीदवारी को बहाल रखा गया है। लेकिन इटावा से अशोक दोहरे का टिकट काट दिया गया है। फर्रुखाबाद से भी मुकेश राजपूत यथावत हैं। कन्नौज से सुभ्रत पाठक को उम्मीदवार बनाया गया है।
कानपुर से हेवीवेट नेता डा. मुरली मनोहर जोशी का टिकट काटकर राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचैरी उम्मीदवार बना दिये गये हैं। अकबरपुर से देवेंद्र सिंह भोले की उम्मीदवारी बहाल रखी गई है। जालौन सुरक्षित से भानुप्रताप वर्मा, हमीरपुर से पुष्पेंद्र चंदेल और फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति को भी यथावत रहने दिया गया है। प्रयागराज के सांसद श्याम चरण गुप्ता दल बदलकर सपा से बांदा से प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। इसलिए उनकी जगह राज्य की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को इलाहाबाद से उम्मीदवार बनाया गया है।
कोशाम्बी से विनोद सोनकर उम्मीदवार बने रहेगें लेकिन बाराबंकी से प्रियंका सिंह रावत की जगह उपेंद्र रावत को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है। फैजाबाद से लल्लू सिंह को दोबारा उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि बहराइच से सावित्री बाई फुले की जगह अक्षयवर गौड़ को उम्मीदवार घोषित किया गया है। सावित्री बाई फुले पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं और वे हाथ के पंजे पर इस बार जोर आजमाइश करेगीं। केसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह और श्रावस्ती से दददन मिश्रा की उम्मीदवारी भी बहाल रखी गई है।






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