उरई। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने केंद्र में मिलीजुली सरकार बनने की कोई स्थिति पैदा होने पर कांग्रेस का नेतृत्व स्वीकार करने को पूरी तरह नकार दिया। मायावती और अखिलेश यादव ने पुरजोर तरीके से कहा कि गठबंधन का नेता ही नए प्रधानमंत्री के रूप में मंजूर होगा। मायावती ने अपने भाषण में भाजपा से भी ज्यादा बखिया कांग्रेस की उधेड़ी। दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री की पिछड़ा पहचान को मुख्य रूप से निशाने पर रखा।

मैकेनिक नगर में शुक्रवार को दोपहर बाद तीन संसदीय क्षेत्रों की गठबंधन की संयुक्त सभा आयोजित हुई जिसमें कड़ी धूप के बावजूद भारी भीड़ उमड़ी। मायावती और अखिलेश यादव के अलावा बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और युवा नेता व मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी मंच पर मौजूद रहे। मायावती ने लगभग ढाई बजे भाषण शुरू किया। उन्होंने आधा घंटे के अपने भाषण में शुरूआत कांग्रेस से की। कहा कि पहले केंद्र व ज्यादातर राज्यों में कांग्रेस की सरकारें थी लेकिन कांग्रेस ने कभी दलितों पिछड़ों गरीबों और बेरोजगारों के लिए कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सभी वर्गों का ध्यान रखा होता तो उन्हें बहुजन समाज पार्टी बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। भाजपा को भी उन्होंने सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा की कोई नाटकबाजी, जुमलेबाजी अब काम आने वाली नहीं है। उसने चौकीदार की नई नाटकबाजी शुरू की है लेकिन उसके छोटे बड़े सभी चौकीदार मिलकर भी सफल नहीं हो पाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में गरीबों को लुभाने के लिए जो वादे किए थे उनमें से एक भी आज तक पूरा नहीं किया। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा पर आरक्षण की व्यवस्था के खिलाफ षड्यंत्र के लिए प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उन्होंने कहा कि वे जन्मजात पिछड़े नहीं हैं। जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो कागजों में पिछड़ा बनकर पिछड़ों के हक को मारने का काम करते रहे। उन्होंने मुलायम सिंह और अखिलेश को पिछड़ों का असली गौरव ठहराया। आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा सीमाओं की ढंग से निगरानी नहीं कर पाई जिसके कारण उसके कार्यकाल में आतंकवादी घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
मायावती ने मीडिया को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि मीडिया और ओपीनियन पोल से हमारे लोगों को गुमराह नहीं होना चाहिए। ये लोग बहुजन के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरह हम गरीबों को नगदी का महीना देने की बजाय उनके लिए स्थाई रोजगार की व्यवस्था करेंगे। उन्होंने कहा कि जालौन गरौठा में पंकज सिंह और हमीरपुर में दिलीप सिंह को हाथी पर और झांसी ललितपुर में श्याम सुंदर यादव को साइकिल पर बटन दबाकर गठबंधन को जिताने का काम मतदाता करें।
मायावती के बाद अखिलेश यादव ने लगभग आधे घंटे का संबोधन किया। उन्होंने बुंदेलखंड में भाजपा का सफाया होने का दावा किया। अखिलेश यादव ने गठबंधन की बुलंदी का श्रेय मायावती को दिया और कहा कि इसके कारण भाजपा की सांसें रुक गई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नए भारत को बनाने की बात कह रही है लेकिन नया भारत तभी बनेगा जब नया प्रधानमंत्री बनेगा। गठबंधन का ही नेता नया प्रधानमंत्री होगा। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री कागजी पिछड़े हैं पैदायशी नहीं। गुरुवार को बांदा की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अगले पांच साल में बुंदेलखंड के पेजयल संकट को दूर करने के लिए किए गए भाषण का उन्होंने मजाक उड़ाया। अखिलेश ने कहा कि पांच साल की सरकार में तो यह काम प्रधानमंत्री कर नहीं पाए अब अगले पांच साल में क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के जुमले सुनते सुनते लोगों को पांच साल गुजर चुके हैं। वे अभी भी जुमलेबाजी से बाज नहीं आ रहे। उन्होंने लोगों से पूछा कि प्रधानमंत्री से जुमलों का हिसाब लोगे ये नहीं तो लोगों ने हर्ष निनाद के साथ कहा कि जरूर लेंगे। भाजपा को भगाओगे नहीं यह पूछने पर कहा कि जरूर भगाएंगे। इस दौरान भीड़ ने चौकीदार चोर है के नारे भी लगाए। अखिलेश यादव ने इस पर कहा कि गठबंधन से असली चौकीदार चुनकर आएंगे और फर्जी चौकीदारों की चौकी छीन लेंगे।
अखिलेश ने रैली में हास्य विनोद का माहौल बनाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के बाबा मुख्यमंत्री से तो जाने कैसे कैसे लोग मिलने के लिए आने लगे हैं। उनकी एक सभा में सुरक्षा चक्र तोडक़र सांड़ अपनी तकलीफ सुनाने पहुंच गया। कल उनकी भी कन्नौज की सभा में सांड़ आ गया था तो उन्होंने कहा कि सांड़ जी वे बाबा नहीं हैं इसके बाद सांड़ वहां से भागा। अखिलेश ने कहा कि अन्ना पशु प्रथा खत्म करने का वादा करके बाबा मुख्यमंत्री बने थे लेकिन उनके राज्य में अन्ना पशुओं ने किसानों को बर्बाद कर दिया। अखिलेश ने कहा कि सीएम कहते हैं कि कानून व्यवस्था ठीक नहीं होती तो ठोक दो। उनसे प्रेरणा लेकर संत कबीर नगर के सांसद ने वहां के विधायक को ठोक दिया। उसे इक्कीस जूतों की सलामी दे डाली। बाद में पता चला कि ग्यारह जूते ही मारे थे। अखिलेश बोले कि प्रधानमंत्री गंगा मैया की कसम खाकर बनारस पहुंचे थे लेकिन गंगा मैया के साथ भी धोखा कर दिया। पांच साल में गंगा की सफाई नहीं हो पाई। उन्होंने महागठबंधन को लोहिया जी और बाबा साहब अंबेडकर के गठबंधन के सपने को साकार करने वाला बताया।







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