
उरई। लाक डाउन के बाद गंतव्य स्टेशन को जा रही राप्तीसागर एक्सप्रेस से 133 वेंडर उरई रेलवे स्टेशन पहुंच गए। इतनी बड़ी तादाद में पहुंचे स्टेशन परिसर में हडक़ंप मच गया। आनन फानन में जीआरपी व आरपीएफ ने सभी वेंडरों को स्टेशन परिसर में ही रोक दिया जिसके बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया। रोडवेज बस बुलाकर सभी वेंडरों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया। वहीं चार दिनों से भूखे वेंडरों को पत्रकारों व आमलोगों ने खाने पीने का सामान उपलब्ध कराया।
गुरुवार की सुबह 11 बजाकर 30 मिनट पर 12512 राप्तीसागर एक्सप्रेस रेवले स्टेशन पर पहुंची जिससे 133 वेंडर स्टेशन पर उतरे। स्टेशन पर वेंडरों के उतरने से हरकत में आई आरपीएफ व जीआरपी ने सभी वेंडरों को उचित दूरी की कतार बनवाकर स्टेशन परिसर पर ही रोक लिया। मामले की सूचना उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को दी। सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी वेंडरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। वेंडरों ने बताया कि लाक डाउन होने के बाद वह सभी अलग अलग ट्रेनों में फंस गए थे। इसके बाद वह एक स्टेशन पर इकट्ठे हुए जहां से रेलवे द्वारा गोरखपुर जा रही राप्तीसागर ट्रेन से उन्हें भेजा गया है। करीब 300 वेंडर झांसी स्टेशन पर उतरे थे। उन्होंने बताया कि वह चार दिनों से भूखे हैं। कोरोना से मरें न मरें लेकिन भूख से वह जरूर दम तोड़ देंगे। इसके बाद कवरेज कर रहे पत्रकार मयंक गुप्ता, नितिन कुमार, विशाल वर्मा, अकील खान, विकास गुप्ता व स्टेशन के पास मौजूद मोहन सिंधी मेडिकल स्टोर संचालक विपिन श्रीवास्तव ने फल व खाने का सामान वेंडरों को उपलब्ध कराया। इतना ही नहीं पत्रकारों ने स्टेशन रोड पर सडक़ किनारे बैठे बेघर निराश्रित लोगों को भी खाना वितरित किया।






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