
उरई। समाजसेवियों द्वारा जिस तरह से कोविड-19 के कारण अपने काम धंधे की जगह से विस्थापित होकर आ रही भीड़ के खाने पीने की चिंता की जा रही है। उससे यह सुखद आभास होता है कि कितना भी भौतिकवाद आ गया हो लेकिन लोगों के अंदर परोपकार के भाव मरे नहीं हैं।
बाहर से आये परिवारों और असहाय लोगों की भोजन व्यवस्था के काम की सुनहरी इबारत में एक अध्याय जिला वनाधिकारी अंकेश श्रीवास्तव द्वारा भी लिखा जा रहा है। डीएफओ और उनके सहयोगी मोहित दादोरिया, सुशील, अहमद आदि के द्वारा अपनी क्षमता भर जरूरतमंदों को भोजन वितरित किया गया जिसकी सराहना की जा रही है।






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