उरई. कोरोना संकट के समय जहां डाक्टरों की बलिदानी सेवा भावना की जय जयकार हो रही है वहीं बुधवार को महिला अस्पताल के लालची डाक्टर की करतूत ने इस रंग में भंग करने में कसर नहीं छोड़ी.
सियारानी कालोनी के निवासी दिहाड़ी मजदूर किशोरीलाल की झोपड़ी में लॉक डाउन के कारण हाहाकार मचा है. वह, उसकी पत्नी वर्षा और तीन बच्चे रोजाना भूख से तड़पते रहते हैं.
समाजसेवियों को पता चला तो अब खैराती भोजन पहुंचने लगा हैं. इस बीच उसकी गर्भवती पत्नी वर्षा को प्रसव पीड़ा उठी जिसके कारण वह महिला अस्पताल पहुंची जहां डाक्टर ए के singh ने निष्ठुरता की सारी सीमाएँ तोड़ दीं. उसकी परिस्थिति जान कर भी वे बोले अमुक नर्सिंग होम में चली जाओ. आपरेशन से बच्चा होना है जो वहीं हो पायेगा. जब किशोरी अपनी गरीबी ki दुहाई देने लगा तो डाक्टर ने वर्षा सहित उसे अस्पताल से खदेड़ दिया.
इस बीच पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार के पास उसकी फरियाद पहुंच गयी. उन्होंने सी एम एस से बात करके सरकारी अस्पताल में ही उसकी डिलेवरी कराने का आश्वासन दिया.






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