उरई। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जनपद के विभिन्न हिस्सो में रोके गये 36 जमांतियों में से कोई कोरोना पांजीटिव नहीं पाया गया है। साथ ही जनपद में जिन जमातियों की निगरानी की गयी उनमें से कोई दिल्ली के निजामुददीन इलाके में हुयी मरकज में शामिल नहीं हुआ था। जनपद को शासन द्वारा जमातियों के कारण असंतोषजनक श्रेणी में रखे जाने से फैली बेचैनी के निराकरण के लिए एस पी द्वारा रविवार को पुलिस लाइन में आनन फानन बुलाई गयी मीडिया वार्ता में यह जानकारियां दी गयी।
पुलिस अधीक्षक डा0 सतीश कुमार ने जमातियांे के बारे में विवरण देते हुए बताया कि थाना जालौन में सहावनाका मुहल्ले में स्थित नूरानी मस्जिद में 11 जमातियांे को निगरानी में लेकर उन्हें कोरन्टाइन कराया गया जिसमें 14 दिन पूरे हो चुके है। लेकिन लाॅक डाउन के कारण उन्हें फिर भी रोकना पड गया है। इसी क्रम में थाना कोंच क्षेत्र में भगत सिंह नगर स्थित अंसारियन मस्जिद में 11 जमाती रोके गये थे। जिनकी पहले थर्मल स्क्रीनिंग करायी गयी। ओ के पाये जाने के बावजूद उनका भी कोरन्टाइन कराया गया। थाना कालपी क्षेत्र के बगिया में 14 जमातियों को निगरानी मे लेकर कोरन्टाइन में रखा गया। इन सभी के भी 14 दिन पूरे हो गये है। इनमें से 4 का सैंपिल भेजा गया था। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आयी है।
अब देखना है कि मजबूत साक्ष्यों के साथ शासन को जिले से भेजे जा रहे इस निराकरण पर लखनऊ में गौर होगा कि नहीं। असंतोष की श्रेणी में रखे जाने से 21 अप्रैल से जिले को मिलने वाली रियायतों मंे संदेह व्यक्त किया जा रहा था। इस संदेह का कहा तक पटाक्षेप हुआ इस बारे मंे पुलिस अधीक्षक से कोई जानकारी नहीं हो सकी है।






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