उरई। लाॅक डाउन में ढ़ील के तहत सोमवार को सरकारी दफतर खोले गये। लेकिन उनमें कोई नया काम नहीं हुआ। दफतरों मंे बाहर से गेट बन्द करवा दिये गये थे ताकि अन्दर लोगो का आवागमन न हो सके।
आज से प्रतीकात्मक तौर पर सरकारी दफतर खोले जाने लगे है। हर दफतर में रोस्टर के हिसाब से एक दिन में केवल 33 प्रतिशत कर्मचारी बुलाये जा रहे है। जबकि अधिकारियों की उपस्थिति अगर वे अवकाश पर नही है तो हर दिन अनिवार्य होगी।
रजिस्ट्री दफतर में बताया गया कि बैनामे केवल आंनलाइन होगे और एक बैनामें में केवल पांच लोगो के आने की अनुमति होगी। बस्ते बन्द है। लोगो को घर से लिखा पड़ी कराकर लाना है। ई-स्टाम्प लगाये जायेंगे। यह काम जिस सरस्वती कम्प्यूटर के जिम्मे है उसे खोलने की अनुमति नही मिली है। इस वजह से पहले दिन कोई रजिस्ट्री नहीं हुयी है।
परिवहन विभाग में ए आर टी ओ प्रशासन सोमलता यादव और कुछ कर्मचारी थे। लेकिन बाहर गेट का ताला लगा था। जिससे आगन्तुकों का प्रवेश नही हो पा रहा था। बताया गया कि अभी पुराने विलंबित कार्य निपटाये जा रहे है। नया कोई कार्य नही होगा। यही स्थिति तहसील में रही।




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