
काम बंद कर की कार्रवाई की मांग, अधिकारियों ने समझाबुझाकर कराया मामला शांत
एट। नगर पंचायत में तैनात सफाई कर्मचारी के साथ पुलिस कर्मियों ने सफाई कर्मचारी के साथ अभ्रदता करते हुए उसके साथ मारपीट गालीगलौज को अंजाम दे दिया। पीडि़त सफाई कर्मी ने अपने अन्य साथियों को जब जानकारी दी तो वह आगबबूला होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सफाई कार्य बंद करके कार्रवाई की मांग करने लगे। अधिशाषी अधिकारी और प्रभारी निरीक्षक की सूझबूझ से मामले को शांत कराकर सफाई कार्य को बहाल कराया गया।
कोटरा नगर पंचायत में सफाई कर्मी के पद पर तैनात हरगोविंद पुत्र लल्लू वार्ड में लाक डाउन के समय सफाई का कार्य कर रहा था तभी कोटरा थाने में तैनात पुलिस कर्मचारियों ने सफाई कर रहे कर्मी के साथ अभ्रदता एवं गालीगलौच करते हुए मारपीट करके उसको भगा दिया। सफाई कर्मी ने जब नगर पंचायत कार्यालय में पहुंचकर अपने अन्य साथियों को अपने ऊपर हुए उत्पीडऩ की बात बताई तो सभी कर्मचारी सफाई कर्मचारी लामबंद होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नगर पंचायत परिसर में धरने पर बैठकर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। नगर पंचायत में तैनात अधिशाषी अधिकारी प्रद्युम्न कुमार ने इससे अपने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जिस पर उच्चाधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर तत्काल कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को नगर पंचायत कार्यालय में पहुंचकर मामले को शांत कराने के लिए कहा। अधिशाषी अधिकारी एवं थाना प्रभारी निरीक्षक ने सफाई कर्मचारियों से कहा कि कुछ गलतफहमी होने की वजह से पुलिस कर्मियों से गलती हो गई और आगे से कोई भी पुलिस कर्मी किसी भी सफाई कर्मचारियों का उत्पीडऩ नहीं करेगा और पुलिस कर्मी और सफाई एवं स्वास्थ्य कर्मी कोरोना जैसी माहवारी लोगों को बचाने के लिए अपना विशेष योगदान दे रहे हैं इसको सदैव याद किया जाएगा। वहीं अधिशाषी अधिकारी प्रद्युम्न कुमार ने कहा जाने अनजाने में कभी गलतियां हो जाती हैं। सबको मिलकर अपने दायित्व का निर्वहन करना है इसलिए अपनी जिम्मेदारी निभाएं। आगे से किसी भी सफाई कर्मचारी का उत्पीडऩ नहीं होने दिया जाएगा। इसके बाद मामला शांत हुआ और सफाई कर्मचारी अपने अपने काम पर लौटे।






Leave a comment