
जालौन। राजस्थान के कोटा में आईआईटी की कोचिंग ले रहे नौ छात्र सोमवार की दोपहर परिवहन निगम की बस से नगर से होकर निकले जहां सीएचसी में उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराकर उन्हें गंतव्य की ओर रवाना किया गया।
राजस्थान का कोटा शहर शिक्षा के हब के रूप में जाना जाता है। पूरे देश के हजारों छात्र कोटा में रहकर कोचिंग क्लास अटैंड करते हैं। लाक डाउन के चलते कोटा में सैकड़ों की संख्या में छात्र फंसे हुए हैं जिन्हें अब निकालकर उनके घर भेजा जा रहा है। परिवहन निगम में कोटा से आ रहे छात्रों की खबर जब एसडीएम सुनील कुमार शुक्ला को मिली तो उन्होंने नायब तहसीलदार को औरैया बार्डर पर उन्हें लाने के लिए भेजा। दोपहर लगभग दो बजे परिवहन निगम की बस में हमीरपुर के छह, उरई के दो व ललितपुर का एक छात्र सीएचसी पहुंचा जहां तहसीलदार बलराम गुप्ता व कोतवाली पुलिस की उपस्थिति में सीएचसी प्रभारी डा. मुकेश राजपूूत ने सभी छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत प्रशासन के ओर से सभी छात्रों को लंच पैकेट उपलब्ध कराए गए। इसके बाद सभी छात्रों को बस से ही उनके गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया। इस दौरान छात्र ऋषभ, नीलेश मिश्रा, आर्यन गुप्ता, अपूर्वा गुप्ता आदि ने बताया कि लाक डाउन में फंसे होने की वजह से वह काफी मायूस थे। जब उन्हें पता चला कि उन्हें घर भेजा जा रहा है तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्हें घर पहुंचने की खुशी है। उन्हें घर पहुंचाने के लिए वह सरकार व प्रशासन को धन्यवाद करते हैं।
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आधा दर्जन लोगों को जांच के लिए भेजा गया
कदौरा। सीएचसी कदौरा क्षेत्र में अलग अलग गांवों से लौटे लोगों की जानकारी होते ही स्वास्थ्य विभागीय टीम द्वारा सभी को जांच के लिए जिला अस्पताल भिजवाया गया। विभागीय अधिकारी द्वारा बताया गया कि क्षेत्र ग्राम बागी से दो लोग इंदौर से लौटकर आए थे। वहीं ग्राम मुमताजाबाद में नासिक से एक व्यक्ति लौटकर आया था एवं ग्राम गुलौली में एक व्यक्ति गुजरात से लौटकर आया था व ग्राम देवपुरा में दो लोग गाजियाबाद से लौट कर आए थे। सभी लोगों को जिला अस्पताल जांच के लिए ले जाया गया। वहीं चिकित्साधिकारी डा. अशोक चक द्वारा बताया गया कि क्षेत्र में बाहर से लौटने वालों की जानकारी दें जिससे सावधानी बरतते हुए एेसे लोगो को जांच के लिए भिजवाया जा सके।






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