भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमण्डल का बहुप्रतीक्षित विस्तार संक्षिप्त रहा। इसमें केवल पांच मंत्रियों को जगह मिल पायी है। इससे ज्योतिरादित्य सिंधिया को झटका लगा है जो अपने साथ आये सभी विधायको को मत्रिमंडल में समायोजित कराना चाहते थे।
राजभवन में आयोजित हुये सादा समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन ने सबसे पहले डाक्टर नरोत्तम मिश्रा को शपथ दिलाई जिनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए भी चल चुका है। इसके बाद सिंधिया खेेमे के तुलसीराम सिलावट ने शपथ ली। उनके पीछे सागर से सिंधिया समर्थक गोविन्द राजपूत और अन्त में कमल पटेल व विन्ध्य की नेता मीना सिंह ने।
कोरोना के साये में हुये इस शपथ ग्रहण में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी डी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज के अलावा कोई शामिल नहीं हुआ। मीड़िया को भी शपथ ग्रहण के कार्यक्रम में रहने का मौका नही दिया गया। अलबत्ता पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मौजूद रही।






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