भोपाल। अराजकतत्वों की सूझबूझ भी निराली होती है। मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना पाजिटिव मरीजों के मिलने के बाद 8 केंटोमेंट जोन बनाए गए, ताकि वहां से लोग न बाहर जाए और न ही कोई अंदर आए. यहां तक तो बात समझ में आती है लेकिन इस आड़ में शहर के कुछ स्थानों पर असामाजिक तत्वों व अवैध कारोबारियों ने बैरीकेटिंग करके जुआं खिलाना व शराब बेचना शुरु कर दिया, जिससे पुलिस यहां पर न आ सके.
बताया जाता है कि कोरोना महामारी से पीडि़त लोगों के घरों के आसपास केंटोमेंट क्षेत्र बनाकर बैरिकट लगा दिए गए, सर्वे का काम चल रहा है, ताकि महामारी से लोगों को बचाया जा सके. अधिकारियों ने सराफा क्षेत्र को चारों ओर से बंद कर दिया ताकि यहां पर कोई न आ पाए, लेकिन सराफा क्षेत्र की आड़ में हनुमानताल क्षेत्र के फूटाताल, कश्यप मोहल्ला सहित आसपास क्षेत्र के असामाजिक तत्वों ने अवैध रुप से शराब बेचने व जुआं खेलने के लिए बैरिकेट लगा दिए.
बैरीकेट को अधिकारियों ने यही समझा कि सुरक्षा के तौर पर लोगों ने ऐसा किया है लेकिन हकीकत यही है कि लोगों ने यहां पर अवैध रुप से अपने कारोबार को अंजाम देने के लिए ऐसा किया है, अब आलम यह है कि इन क्षेत्रों में खुलेआम शराब बेची जा रही है जुआं खिलाया जा रहा है, क्योंकि अब बैरीकेटिंग इस तरह से की गई है कि पुलिस दो पहिया वाहनों से भी यहां पर प्रवेश नहीं कर सकती है.
सराफा केंटोमेंट क्षेत्र की आड़ में की गई बैरीकेटिंग लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गई है आलम यह है कि अब किसी बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाना हो तो नहीं ले जा सकते, दूध से लेकर सब्जी के ठेलों तक को आने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, अवैध कारोबारियों व असामाजिक तत्वों की दबगंई का नतीजा यहां के अन्य लोग भुगत रहे है. इस तरह की बैरीकेटिंग हनुमानताल के फूटाताल क्षेत्र में ज्यादा देखने को मिल रही है, खासबात तो यह है कि अधिकारियों ने इस ओर लोगों का ध्यान दिलाया लेकिन उन्होने भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए है, जिससे आने वाले दिनों में कोई घटना भी होना संभावित है.






Leave a comment