पुलिस द्वारा मजदूरों को ले जाने के बाद देर शाम बिना जांच किए छोड़ा
मुहम्मदाबाद। जनपद में कोरोना का तीसरा केस चिकित्सक दंपति और निजी स्वास्थ्य संस्थान के मैनेजर में मिलने बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया। जगह जगह बैरीकेडिंग करने के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया। अब प्रशासन के आलाधिकारी एेसे लोगों की तलाश करने में लगे हैं जो कोरोना पाजीटिव चिकित्सक दंपति और स्वास्थ्य संस्थान के मैनेजर व उनके परिजनों के संपर्क में रहे हैं। इसके लिए जिलाधिकारी ने लोगों से स्वयं सामने आकर सहयोग करने की बात कही है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में रहे लगभग अब तक बासठ लोगों के सैंपुल भेजे जा चुके हैं जिसमें पैंतीस लोगों की जांच रिपोर्ट नकारात्मक आई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना पाजीटिव चिकित्सक दंपति की पुस्तैनी कृषि भूमि डकोर क्षेत्र के ग्राम बड़ेरा मौजे में मुहम्मदाबाद गांव की सीमा पर स्थित है जिसे मुहम्मदाबाद गांव के लोग मजदूरी पर करते हैं इसलिए गांव के मजदूरों का अक्सर डाक्टर और उनके परिजनों के यहां आना जाना रहता है। बताया जाता है कि बीते सप्ताह भी गांव के आधा दर्जन मजदूर कोरोना संक्रमित चिकित्सक के यहां काम करने गए थे। इसके बाद मजदूरों ने डाक्टर के यहां भोजन भी किया था। जैसे ही चिकित्सक दंपति में कोरोना होने की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो पूरे गांव में हडक़ंप मच गया क्योंकि की जो मजदूर डाक्टर के यहां गए थे वह एक सप्ताह से गांव में खुले रूप से घूम रहे थे और सैकड़ों लोग उनके संपर्क में रहे हैं। भयभीत ग्रामीणों ने बिना देर किए इसकी सूचना डकोर थाना इंस्पेक्टर को दी। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर बीएल यादव ने गांव के तीन लोगों को कब्जे में ले लिया था मगर देर शाम उनका बिना उनका स्वास्थ्य परीक्षण किए छोड़ दिया। इससे गांव में हडक़ंप मचा हुआ है तो वहीं मंगलवार को एक निजी स्वास्थ्य संस्थान के मैनेजर में वायरस की पुष्टि होने पर मुहम्मदाबाद गांव के लोग और भी भयभीत हो गए क्योंकि जिस संस्थान के मैनेजर में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है उस संस्थान में मुहम्मदाबाद के तीन लोग स्वास्थ्य कर्मी के रूप में काम करते हैं। जैसे ही यह जानकारी ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने इसकी सूचना जिला स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी को दी है।
संक्रमित डाक्टर के घर लगे सीसीटीवी से खुल सकता आने जाने वालों का राज
कोरोना पाजीटिव चिकित्सक के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे से उनके घर आने जाने वालों का राज खुल सकता है। प्रशासन चिकित्सक के घर के बाहर लगे कैमरे से आने जाने वालों को चिह्नित कर सकता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
डकोर इंस्पेक्टर बीएल यादव ने कहा कि मुझे इस मामले कि जानकारी ग्रामीणों द्वारा दी गई। मौके पर पहुंचकर तीनों मजदूरों को उनके घर पर ही क्वारंटीन कर दिया गया है और मामले को उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जैसे ही जिला प्रशासन के निर्देश प्राप्त होंगे वैसे ही कार्य किया जाएगा मगर उन तीनों मजदूरो में कोरोना जैसी बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं।






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