
आलाधिकारियों की सूझबूझ से शांत हुआ मामला
कालपी। कोरोना महामारी से बचाने के लिए लगा लाक डाउन के चलते बीती रात्रि महाराष्ट्र से अपने घरों को जा रहे परदेशियों के आधा सैकड़ा वाहनों को जालौन सीमा कालपी और भोगनीपुर कानपुर देहात द्वारा लगाई गई ज्वाइंट चेकिंग प्वाइंट पर रोके जाने से परदेशियों द्वारा झांसी कानपुर मार्ग जाम कर दिया गया तथा कुछ देर के लिए अफरा तफरी मची रही। दोनों जनपदों के आलाधिकारी मौके पर पहुंचकर पुलिस अधीक्षक की सूझबूझ के चलते एक हजार से अधिक परदेशियों को जालौन वापस ले जाया गया।
शुक्रवार की रात्रि दस बजे के करीब आधा सैकड़ा ट्रक, लोडर व डीसीएम में सवार होकर महाराष्ट्र से अपने घरों सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच आदि जनपदों को जा रहे परदेशियों को जालौन सीमा के कालपी यमुना पुल पर लगी कानपुर देहात की भोगनीपुर की ज्वाइंट पुलिस चेकिंग के दौरान रोके जाने पर गुस्साए परदेशियों ने झांसी कानपुर मार्ग जाम कर दिया। जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी कालपी कौशल कुमार व पुलिस उपाधीक्षक राहुल पांडेय व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मानिक चंद पटेल ने वापस कालपी में ले जाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। मामला बढ़ता देख पुलिस अधीक्षक डा. सतीश कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक डा. अवधेश कुमार सिंह सहित समूचे जनपद के अधिकांश थाना क्षेत्रों का फोर्स कालपी पहुंच गया। पुलिस अधीक्षक ने बार्डर पर मची अफरा तफरी के बीच सूझबूझ से काम लेते हुए उनके दुखदर्द को अपना समझते हुए उनका सभी का चिकत्सीय परीक्षण होने के साथ खानापीना खाकर उनके घरों तक भेजने की बात के बाद मामला शांत हुआ। उधर घटना की जानकारी लगते ही कानपुर देहात के अपर पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक तथा भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी पहुंच गया। पुलिस ने बाहर के परदेशियों को कालपी, कदौरा, आटा, उरई, जालौन, डकोर सहित जिले में बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में क्वारंटीन किया गया। मजे की बात यह है कि महाराष्ट्र से चलकर आ रहे परदेशियों को कालपी सीमा पर प्रशासन द्वारा रोका जाने को लेकर नगर मे तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।






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