जालौन। अधेड़ ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चुर्खीवाल निवासी रमेश दोहरे (40 वर्ष) पुत्र छदामी अपनी पत्नी की मौत के बाद छह वर्षीय पुत्र के साथ घर में रहता था। अपना व बेटे का पेट भरने के लिए वह मजदूरी कर लेता था। जब कभी मजदूरी नहीं मिलती तो इधर उधर के लोगों से मांग कर काम चला लेता था जिससे उसका जीवन यापन चल रहा था। पिछले लगभग डेढ़ माह से अधिक समय से लाक डाउन के कारण मजदूरी मिलनी बंद हो गई। साथ ही कुछ दिनों तक तो उसने मांगकर काम चला लिया इसके बाद मांगना भी बंद हो गया जिसके चलते बच्चे समेत उसका खुद का पेट भरना मुश्किल हो रहा था। वह पिछले कई दिनों से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था जिसके चलते शुक्रवार की रात जब उसका बच्चा गहरी नींद में सो गया तभी उसने रात में किसी समय छत के कुंडे में गमछा फंसाकर फांसी लगा ली जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शनिवार की सुबह करीब छह बजे जब बच्चे की नींद टूटी तो पिता को लटका देखकर वह चिल्लाने लगा। बच्चे की आवाज सुनकर मृतक के भाई लाल सिंह, मंगल सिंह व राजेंद्र बाबू मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी संजीव दीक्षित मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव को नीचे उतरवाया और उसका पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
—
अवसाद के चलते युवक ने फांसी लगाकर जान दी
कोंच। सर्किल के थाना कैलिया के ग्राम बरौदा में शनिवार को मानसिक रूप से परेशान एवं अवसाद के कारण जिंदगी से निराशा होने पर युवक ने गले में फांसी का फंदा डालकर अपनी जीवनलीला को समाप्त कर लिया। जैसे ही इसकी सूचना कैलिया थानाध्यक्ष योगेंद्र सिंह पटेल को मिली तो तुरंत ही एसआई रामप्रकाश को घटना स्थल पर भेजा जहां पुलिस ने मृतक को फांसी के फंदे से उतारकर जांच पड़ताल शुरू कर दी। बताया जाता है कि मृतक सतेंद्र उर्फ कल्लू (28 वर्ष) पुत्र संतराम अहिरवार काफी समय से बीमार चल रहा था और अवसाद में भी रहता था। सतेंद्र के पिता संतराम ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं।






Leave a comment