बार्डर पर लगी कदौरा पुलिस ने मशक्कत करते हुए रखा प्रवासियों का ख्याल
कदौरा। लाक डाउन के डेढ़ माह बाद भी प्रवासी अपने घरों के लिए किराए के वाहनों से निकल रहे हैं जो कि कदौरा जालौन बार्डर पार किए तो हमीरपुर प्रशासन ने सभी वाहनों को बैरंग लौटा दिया। कोई जोर न चलने पर सभी ट्रक में सवार प्रवासियों को वापस लौटना पड़ा। अब वो जाएं भी तो कहां जाएं।
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री के सख्त आदेश हैं कि कोई प्रवासी भूखा नहीं रहना चाहिए और न ही पैदल यात्रा करे जिसके लिए शनिवार की सुबह थाना कदौरा निरीक्षक जितेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक आलोक पाल, धीरेंद्र पटैरिया, मयंक वर्मा फोर्स सहित हमीरपुर बार्डर से पूर्व प्रवासियों की सुरक्षा व ख्याल को लेकर तटस्थ दिखे एवं तीस से अधिक ट्रकों में सवार प्रवासियों को निगरानी रखते हुए हाइवे पर हमीरपुर की ओर जाने दिया गया जो कि सूरत, दिल्ली, मुंबई आदि स्थलों से आए थे व कानपुर, इलाहाबाद, गोरखपुर आदि शहरों में घर की ओर जाना था लेकिन जैसे ही उक्त वाहन कुरारा हमीरपुर बार्डर पर पहुंचे तो हमीरपुर प्रशासन द्वारा उन्हें वापस लौटाना शुरू कर दिया गया एवं किसी भी वाहन को हमीरपुर सीमा में नहीं घुसने दिया। उक्त प्रवासियों के वाहन मजबूरन वापस लौटे तथा अपनी व्यथा जालौन प्रशासन को बताई तो जालौन प्रशासन ने उक्त प्रवासियों को वापस उसी रास्ते भेज दिया जहां से वह आए थे। मजबूरन बच्चे बड़े बूढ़े प्रवासी बिलखते हुए बोले साहब लाखों रुपए चंदा करके तो गाडिय़ां किराए से कर घरों के लिए निकल पाए हैं अब घर जाने के लिए रास्ते में क्यों रोका जा रहा है। उक्त संबंध में जब डीएम हमीरपुर ज्ञानेश्वर त्रिपाठी के सीयूजी नंबर पर संपर्क किया गया तो जवाब मिला कि उक्त संबंध में कंट्रोल रूम से जानकारी कर लीजिए जबकि कंट्रोल रूम हमीरपुर फोन लगा ही नहीं। हमीरपुर के कुरारा इंस्पेक्टर द्वारा बताया गया कि यहां तो प्रवासियों के लिए रोडवेज लगी हैं ट्रकों को लौटाया गया इसकी जानकारी नहीं है।






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