परिवार को गांव में छोडक़र वापस जा रहे थे पिता पुत्र
एट। महाराष्ट्र से परिवार को लेकर अपने गांव छोडक़र पिता पुत्र के साथ वापस महाराष्ट्र जा रहा था तभी हाइवे पर बने ढाबे पर खाना खाते समय अचानक तबियत खराब हो गई। राहगीरों और ढाबा कर्मचारियों की मदद से आनन फानन में हाइवे पर एक अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे तब तक पिता की मौत हो गई। ग्रामीण की की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पुत्र से घटना की जानकारी ली।
एट थाना क्षेत्र के ग्राम पिरौना में नेशनल हाइवे पर डीसीएम चालक वंशराज यादव (65 वर्ष) पुत्र माताप्रसाद अपने पुत्र संदीप यादव निवासी ग्राम दौरयाई जिला भदोही के साथ गांव से लौटकर डीसीएम लेकर महाराष्ट्र जा रहे थे तभी कानपुर झांसी हाइवे पर बने पिरौना के पास एक ढाबे पर खाना खा रहे थे। खाना खाने के बाद जैसे ही डीसीएम लेकर चलने के लिए जाने लगे तभी अचानक वंशराज की तबियत बिगड़ गई। ढाबा कर्मचारियों और पुत्र की सहायता से उसे पिरौना गांव के एक निजी चिकित्सालय में ले जाया गया जहां पर पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। पुत्र संदीप यादव ने बताया कि वह परिवार सहित मुंबई में रहकर अपनी डीसीएम चलाया करते थे और परिवार और प्रवासी मजदूरों को लेकर अपने गांव दौरयाई भदोही आए हुए थे। परिवार छोडऩे के बाद वह दोबारा महाराष्ट्र जाने के लिए घर से निकले थे। वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। चौकी प्रभारी शीलवंत सिंह का कहना है कि पुत्र ने पोस्टमार्टम कराने के लिए मना कर दिया है और उसने चौकी में लिखकर दे दिया है कि पिता की मौत किसी हादसे से नहीं हुई है। उनकी अचानक तबियत बिगड़ी और अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई।






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