उरई। कतिपय ग्राम प्रधानों की बदनियती के कारण मौजूदा संकट काल में गांवों में मजदूरों को मदद देने का सरकार का संकल्प धराशायी नजर आ रहा है। प्रशासन ने अगर इस पर गौर न किया तो ऐसे प्रधानों की तो चांदी हो जायेगी लेकिन मजदूरों को भूखें मर जाना पड़ेगा।
एट थाने के बिरासनी गांव में यही हो रहा है। गांव की प्रधान मुन्नी देवी वर्मा हैं लेकिन उनका कार्य संचालन बेटा टिंकू वर्मा करता है जो कि दबंग प्रवृत्ति का है। जाब कार्ड धारकों ने बताया कि प्रधान ने उनके काम के पैसे अंगूठा लगवाकर खाते से निकाल लिए और अब उन्हें अंगूठा दिखाया जा रहा है। गुडडी देवी नाम की पति विहीन महिला मजदूर के खाते से प्रधान के पुत्र ने 12 हजार रुपये निकाल लिए जो धोखाधड़ी का अपराध है। एक मजदूर ने पुलिस में शिकायत भी की तो उसका मुकदमा एनसीआर की धाराओं में लिखकर निपटा दिया गया।
प्रधान के इस गबन पर अगर प्रभावी कार्रवाई नही होती तो अन्य प्रधान भी ऐसी ही मनमानी को प्रेरित होगें। जॉब कार्ड धारकों ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक के सामने भी इसका रोना रोया। तो उन्होंने थानाध्यक्ष एट से कहा कि वे प्रधान को सख्त शब्दों में समझा कर जॉब कार्ड धारकों को मजदूरी दिलाएं या गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भिजवायें।






Leave a comment