
उरई। लाक डाउन के बीच अब टिड्डी दल के हमले की आशंका ने किसानों की नींद उड़ा दी है। इसके लिए प्रशासन स्तर पर चेतावनी भी जारी की गई है। कृषि उपनिदेशक आरके तिवारी का कहना है कि किसान इस समय विशेष सजग रहें और शासन से जारी एडवाइजरी का नियमानुसार पालन करें जिससे उनकी फसलें सुरक्षित रह सके। टिड्डी दल झांसी से चला है और कभी भी जिले पर खतरे का बादल बनकर मंडरा सकता है।
बता दें कि बुंदेलखंड का किसान कभी सूखे तो कभी बाढ़ की विभीषिका से जूझता रहता है। हाल ही में लाक डाउन भी किसानों की परेशानी का कारण बना रहा। अब बुंदेलखंड में टिड्डी दल का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन अपने स्तर पर किसानों को सजग कर रहा है। कृषि उपनिदेशक ने बताया कि जिले में भी टिड्डी दल के आक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। बताया कि टिड्डी दल राजस्थान के दौसा से कैला देवी होते हुए बुंदेलखंड के झांसी जिले में पहुंच गया है और वहां किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया है। इससे जिले के किसानों को अब विशेष सजग रहने की जरूरत है। टिड्डी के विषय में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह ढाई इंच लंबे कीट होते हैं जो फसलों को कुछ घंटों में ही चट कर देते हैं। यह सभी प्रकार के हरे पत्तों पर आक्रमण करते हैं। इनकी संख्या करोड़ों में है। यह दिन डूबने के समय छह से सात बजे के आसपास जमीन पर बैठ जाता है और फिर सुबह आठ से नौ बजे के करीब उड़ान भरता है। इस दौरान वह फसलों को कुछ घंटों में ही पूर्णतया चट कर देता है। इससे बचाव के लिए किसान जिला प्रशासन से जारी एडवाजरी का पालन करें। कृषि विभाग ने चेतावनी व एडवाजरी जारी करने के साथ साथ जिले में टिड्डी दल की रोकथाम, नियंत्रण के लिए फायर बिग्रेड की एक गाड़ी आरक्षित की है। इसके साथ जिला प्रशासन ने दमकल के कर्मचारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं जिससे आपात स्थिति में फायर बिग्रेड की गाड़ी टिड्डी की रोकथाम के लिए रसायन का छिडक़ाव कर सके। उपजिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिस किसी को यह टिड्डी दल नजर आए उसको मारने के लिए टीमें तैयार कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि टिड्डी दल रात में एक जगह ठहरता है। हो सकता है कभी भी वह जनपद में प्रवेश कर जाए।






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