कोंच। आलाधिकारियों का सख्त निर्देश है कि थाने में आए हुए पीडि़तों की बातों को गंभीरता से सुनकर उस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों पर शिकंजा कसा जाए लेकिन एट थाने में आलाधिकारियों के निर्देशों का जमकर मखौल उड़ाया जा रहा है। हालात तो यह हैं कि बड़े साहब बड़े से बड़े मामले पर कार्रवाई करने की बजाय समझौता कराने पर ज्यादा समय देते हैं। हालांकि समझौते में उनका भी काफी भला हो जाता है। एेसे ही दोमामले विगत दिनों एट थाने में आए लेकिन बड़े साहब ने कार्रवाई करने की बजाय पीडि़तों को दबाव में लेकर समझौते पर ज्यादा बल दिया। बीते दिनों एक छेड़छाड़ का मामला सुर्खियों में रहा था जिसको भी बड़े साहब ने बड़े आराम से सुलटा दिया तो वहीं दूसरा मामला नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आया इसमें भी बड़े साहब ने समझौते का प्रयास किया लेकिन पीडि़ता ने यहां से निराशा मिलने के बाद सीओ का दरवाजा खटखटाया जहां पर कोंच सीओ ने जांच उपरांत कार्रवाई का भरोसा दिया।
थाना एट के ग्राम सतोह निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस क्षेत्राधिकारी आरपी सिंह को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि गत 18 मई की रात दस बजे उसकी सत्रह वर्षीय नाबालिग पुत्री घर पर सो रही थी तभी ग्राम के ही निवासी रमाकांत पटेल पुत्र रामकिशुन, रामशंकर उर्फ दीपू पुत्र रामकिशेार एवं राघवेंद्र सिंह पुत्र राममनोहर उसकी पुत्री को बहला फुसलाकर रात में ग्राम मुदरी ले गए। वहां रात व्यतीत करने के बाद सुबह पांच बजे राघवेंद्र व रामशंकर अपनी कार से कानपुर देहात ले जाकर रास्ते में छोडक़र भाग गए। पुत्री ने किसी तरह फोन से उसे सूचना दी तब वह उसे लेने। जब पुत्री से मिला तब उसने आपबीती सुनाई। उसने आरोप लगाया कि उक्त लोगों ने कई बार उसके घर मे घुसने की कोशिश की जिस पर उसने शिकायत भी की। उसका आरोप है कि उक्त लोगों ने उसकी पुत्री के साथ सामूहिक कुकर्म भी किया। उसने सीओ से रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की।






Leave a comment