
उरई। समीपवर्ती कुकरगांव स्थित बुद्धविहार में बुद्ध वंदना कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनपद के पुलिस अधीक्षक सतीश कुमार ने भंते शील प्रकाश कुशीनगर और भंते ज्ञान ज्योति के साथ तथागत बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान एसपी ने प्रतिमा स्थल पर नवनिर्मित हाॅल का भी उदघाटन किया।
पुलिस अधीक्षक सतीश कुमार ने कहा कि बौद्ध धर्म जीवन को शांति से जीने की सीख देता है। धम्म आपसी भाईचारे व शांति का प्रतीक है। तथागत की शिक्षाओं का अनुकरण करके ही व्यक्ति और समाज सु खमय हो सकता है।
इसके पहले कुशीनगर से आये भंते शीलप्रकाश ने कहा कि जीवन में दुख है परन्तु इसका निवारण किया जा सकता है। दुख का कारण अविद्या व तृणा है। अहंकार भी दुख का एक बड़ा कारण है जिसने अहंकार, तृणा और स्वार्थ को जीत लिया वह दुखों से उबर जाता है।
उन्होंने भगवान बुद्ध के उपदेशों को वर्तमान में भी प्रासंगिक बताया। कहा कि उनके संदेश से आतंकवाद, उग्रवाद, नक्सलवाद और युद्ध जैसी समस्याओं पर पार पाया जा सकता है।






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