
फसलों पर हुआ हमला तो होगी भारी तबाही
जिला प्रशासन ने किया सतर्क, ग्राम प्रधानों को दिए खास निर्देश
मुहम्मदाबाद। जनपद के किसान सतर्क हो जाएं, छतरपुर की ओर से टिड्डी दल जिले की फसलों और वनस्पतियों पर हमला कर सकता है। आज सुबह डकोर क्षेत्र के गांवों में भारी टिड्डी दल दिखाई देने से किसानों के माथे पर बैचेनी साफ दिखाई दे रही है। इसको लेकर कृषि विभाग सतर्क हो गया है। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों के साथ टैंकर आरक्षित कर लिए गए हैं।
जिले के किसानों और सभी प्रधानों को सतर्क रहने के संदेश भी भेज दिए गए हैं। कृषि विभाग के अधिकारी गांवों में भ्रमण कर रहे हैं। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि टिड्डी दल ईरान, पाकिस्तान होते हुए राजस्थान से देश में प्रवेश करते हैं। दो टिड्डी दल राजस्थान के दौसा, गंगानगर, भरतपुर से मध्य प्रदेश के मुरैना, ग्वालियर, भिंड होते हुए झांसी, ललितपुर से गुजरे हैं। उस समय हवा दक्षिण की ओर चल रही थी। अब हवा का रुख कुछ उत्तर की ओर हुआ है। इसी बीच तीसरा टिड्डी दल छतरपुर, बांदा, महोबा तक पहुंच गया है अगर हवा उत्तर की ओर ही रही तो ये दल भरतपुर, आगरा होते हुए वहां से जनपद में प्रवेश कर गया है। इस दल के पीछे और दल आ रहे हैं। इसके चलते विभाग के सभी अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। ब्लाक के अधिकारी गांवों में जाकर किसानों को जागरूक कर रहे हैं। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों और निकायों के टैंकर दवा का छिडक़ाव कराने के लिए आरक्षित कर लिए गए हैं। इसके अलावा बाइस किसानों से माउंटेन स्पेयर मशीनें ली गई हैं। टैंकों के सहारे इन मशीनों से ऊंचे पेड़ों तक दवा का छिडक़ाव किया जा सकेगा। सीडीओ ने बताया कि जिले के सभी ग्राम प्रधानों को टिड्डी दल के आक्रमण की आशंका की सूचना दे दी गई है। किसानों से कहा गया है कि वह सतर्क रहें। अपने गांव के किसानों को भी सतर्क कर दें। टिड्डी कीट दल दिखाई देते ही ब्लाक, तहसील और जिले के अधिकारियों को सूचना दें।
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दवा का छिडक़ाव करें किसान
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि टिड्डी दल शाम को छह से सुबह आठ बजे तक पेड़ पौधों पर सोते हैं। उसी समय उन पर छिडक़ाव कर मारा जा सकता है। उन्होंने बताया कि क्लोरोपायरीफास एक मिलीलीटर एक लीटर पानी के औसत में डालकर छिडक़ाव करें। डेल्टामेथ्रिन 11 प्रति ईसी, लैंबडासायहैलाथ्रिन 5 प्रति ईसी एक लीटर पानी के औसत से छिडक़ाव कर सकते हैं। इसी दवा का कृषि विभाग भी छिडक़ाव करेगा। कृषि अधिकारी ने बताया कि अगर दिन में छिडक़ाव कर केवल टिड्डी दल को भगाया जा सकता है।
डीजे, ढोल और थालियां बजाएं
जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि किसान अपने खेतों पर ही रहें। टिड्डी दल दिखाई देने पर तेज ध्वनि में डीजे, बड़ी संख्या में टिन के डब्बे, घंटे, थालियां बजाकर शोर करें। इसके अलावा धुआं करके भी दल को भगाया जा सकता है। टिड्डी दल को भगाकर किसान फसल को बचा सकते हैं।
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भारी संख्या में टिड्डी दल आया तो होगी बड़ी तबाही
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि टिड्डी दल तीन से पांच किलोमीटर चौड़ाई से उड़ते हुए चलता है। जिधर से दल गुजरता है वह क्षेत्र के पेड़, पौधे और फसलों की पत्तियां चट कर देता है। पीपल और बरगद जैसे बड़े पेड़ों की पत्तियां कुछ ही देर में साफ हो जाती हैं। कृषि अधिकारी ने कहा कि अगर दल बांदा, महोबा के रास्ते जिले में घुसा तो बड़ी तबाही मचने की आशंका है। उन्होंने बताया कि जसवंत नगर, सैफई, बसरेहर, ताखा क्षेत्र में सब्जी की फसलें होती हैं। यही जायद का सबसे उपजाऊ क्षेत्र है। इस समय खेतों में सब्जियां, मूंग, मक्का, हरा चारा आदि खड़ा है। हवा का रुख उत्तर की ओर रहा तो टिड्डी दल इन क्षेत्रों की फसलों को तबाह करता हुआ कन्नौज व फर्रुखाबाद जिलों में प्रवेश कर जाएगा। कृषि अधिकारी ने कहा कि किसान डरें नहीं केवल सतर्क रहें और दल आते सूचना देकर शोर शुरू कर दें।
झांसी के रास्ते हुई इंट्री
अलग अलग समूहों में बंटा पाकिस्तानी टिड्डियों का दल तेजी से प्रदेश के सीमावर्ती जिलों की ओर बढ़ रहा है। एक टिड्डी दल जिसे लेकर यह आशंका जताई जा रही थी कि वह छतरपुर से महोबा की ओर बढ़ेगा उसका रुख बदल गया है। अधिकारियों की मानें तो हवा की दिशा बदलने से यह दल पन्ना सिहोर होते हुए सतना व रीवा की ओर जा रहा है। इसके प्रदेश में प्रवेश की आशंका घट गई है। उसी दल से टूटने वाला दूसरा दल झांसी पहुंच गया है और उसके जालौन व हमीरपुर जनपदों में प्रवेश की आशंका बनी हुई है।
दूसरे दल से ज्यादा खतरा
टिड्डियों के पहले दल के झांसी जनपद की सीमा से होते हुए एमपी के छतरपुर जिले से आगे की ओर पन्ना, सिहोर होते हुए सतना व रीवा की ओर बढऩे की आशंका है। यदि हवा की चाल नहीं बदली तो इस दल के प्रदेश में प्रवेश की आशंका घट जाएगी। टिड्डियों का दूसरा दल झांसी पहुंच गया है। यह दल जालौन जिले की सीमा में प्रवेश कर हमीरपुर की ओर बढ़ेगा। इसकी चपेट में घाटमपुर का बड़ा हिस्सा आ सकता है। टिड्डियों का तीसरा दल दौसा के निकट है अगर इसकी दिशा न बदली तो यह आगरा, इटावा, औरैया व देहात जनपदों से होते हुए कानपुर जिले में प्रवेश कर सकता है। इसके बाद यह फतेहपुर, प्रयागराज आदि जनपदों को अपनी चपेट में ले सकता है।






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