
मलबे में दबे दो लोगों को जेसीबी की मदद से निकाला गया
रामपुरा। रामपुरा कस्बे में ऊमरी स्टैंड पर बना यात्री प्रतीक्षालय गुरुवार को अचानक ताश के पत्तों से बने महल की तरह भरभराकर गिर गया जिससे वहां बैठकर बस का इंतजार कर रहे दो यात्री चुटहिल हो गए। वहीं प्रतीक्षालय के गिरने से आसपास मौजूद लोगों में हडक़ंप मच गया। बाद में जेसीबी की मदद से प्रतीक्षालय के मलबे को हटाकर उसमें फंसे दोनों लोगों को निकालकर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। कुछ ही वर्षों निर्मित उक्त प्रतीक्षालय के इस तरह गिर जाने से ग्रामीणों में उसके घटिया निर्माण कार्य को लेकर आक्रोश व्याप्त है।
बता दें कि वर्ष 2017 में समाजवादी पार्टी की सरकार के समय यात्रियों की सुविधा के लिए कई जगह यात्री प्रतीक्षालयों का निर्माण कराया गया था जिनमें रामपुरा कस्बे के ऊमरी बस स्टैंड पर भी एक यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण कराया गया। तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक कुमार खटीक के कार्यकाल में लगभग पांच लाख की लगात से निर्मित कराए गए उक्त प्रतीक्षालय का शिलान्यास उस वक्त के जिलाधिकारी रामगणेश ने किया था और इसका निर्माण ठेकेदार संजू कुमार द्वारा कराया गया था। प्रतीक्षालय निर्माण से कस्बे के अलावा रोजाना आने जाने वाले लोगों में भी खुशी थी कि अब कम से कम कस्बे में एक स्थान तो एेसा होगा जहां वह रुक कर कुछ देर आराम कर सकते हैं या फिर आने जाने के लिए बैठकर वाहन का इंतजार कर सकते हैं लेकिन जिन मंसूबे के साथ इस प्रतीक्षालय का निर्माण कराया गया था उसमें किस कदर भ्रष्टाचार का पलीता लगाया गया यह गुरुवार को सबके सामने आ गया। दोपहर में अचानक प्रतीक्षालय ढहा तो लोगों में हडक़ंप के साथ अचरज भी था कि महज तीन साल पहले बना प्रतीक्षालय अचानक ताश के पत्तों से बने महल की तरह भरभरा कर कैसे गिर सकता है। प्रतीक्षालय के गिरने से वहां बैठे संदीप कुमार (23 वर्ष) पुत्र अमर सिंह राठौर व मोंटी (18 वर्ष) पुत्र रामबिहारी राठौर निवासीगण ग्राम कघावली थाना बिठौली जिला इटावा दब गए जिनको जेसीबी द्वारा निकाला गया और उपचार के लिए सीएचसी भेजा गया। प्रतीक्षालय के गिरने से ग्रामीणों में आक्रोश दिखा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इसके निर्माण के दौरान किए गए बंदरबांट की वजह से ही यह ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाया।






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