
जूनियर वर्ग में दिशा , राधा सीनियर वर्ग निशु राघव , आकांक्षा के नाम तय
सम्भव हुआ तो इस बार दो केंद्रों पर ही होगी बौद्धिक ज्ञान प्रतियोगिता
उरई । गाँधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ . दिनेश चंद्र द्विवेदी की स्मृति में मेधावियों को दिया जाने वाला ‘प्रखरबुद्धि बुद्धि पुरस्कार’ 2020 के चार मेधावियों का ऐलान आज कर दिया गया । पहली बार इस पुरस्कार के लिए समिति ने चार नाम तय किये हैं। खास बात यह है कि जिन्हें यह पुरस्कार मिलेगा, वह सभी छात्राएं हैं।
प्रखरबुद्धि पुरस्कार समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद गौतम चच्चू और बौद्धिक ज्ञान प्रतियोगिता के संयोजक एएनडी के प्रबंधक सुदामा दीक्षित ने संयुक्त रूप से बताया कि प्रखरबुद्धि पुरस्कार उन मेधावियों को दिया जाता है, जिन्होंने परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया हो। पुरस्कार का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को सामने लाना है। कोरोना संकट के बाद यह पहला अवसर है जिसमें शहर को भी स्थान दिया गया है । समिति की ओर से जूनियर और सीनियर वर्ग में जो चार नाम तय किये हैं ,वे चारों लड़कियां हैं। जूनियर वर्ग में मोदी स्कूल लक्ष्मणगढ़ ( राजस्थान ) में अध्ययनरत सीबीएसई हाईस्कूल परीक्षा में 96. 8 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली रामपुरा की दिशा पुरवार और रसकेन्द्री देवी इंटर कालेज ऊमरी की छात्रा राधा सेंगर का नाम तय हुआ। ऊमरी की राधा ने 80 प्रतिशत अंक लेकर कालेज की टॉपर बनी है।
सीनियर वर्ग में इस बार महाविद्यालयों का रिजल्ट अभी न आने से इण्टर मीडिएट के विद्यार्थियों को शामिल किया गया है । इसमें सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा में 98 प्रतिशत अंकों के साथ जिला टॉप करने वाली विनायक एकेडमी की छात्रा निशु राघव और यूपी इलाहाबाद बोर्ड से 76 प्रतिशत अंक लेकर कालेज में टॉप रही बेनीमाधव तिवारी इण्टर कालेज आटा की छात्रा आकांक्षा तिवारी को चुना गया है।
बौद्धिक ज्ञान प्रतियोगिता को लेकर अभी संशय जरूर बना हुआ है। 2014 से आयोजित होती आ रही इस परीक्षा को लेकर यह भी तय हुआ कि यदि सोशल डिस्टेंसिंग का प्रावधान रहा तो सिर्फ दो परीक्षा केंद्रों पर ही परीक्षा कराई जा सकती है। इन केंद्रों पर 100 परीक्षार्थियों से ज्यादा को बैठने की अनुमति नहीं होगी। यदि कोरोना का संकट और बढ़ा तो सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यह प्रतियोगिता ऑन लाइन पैटर्न पर भी कराने पर विचार किया गया। इसकी जिम्मेदारी डॉ. कुमारेन्द्र सेंगर को सौंपी गई है। अगले माह इस संशय पर पर्दा हटाने की बात कही गई है। पुरस्कार के लिए चयनित चारों मेधावियों को नवम्बर में सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान डॉ. कुमारेन्द्र सेंगर, अभय प्रताप सिंह भदौरिया भी उपस्थित रहे।
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