
कालपी। उत्तर भारत की सबसे आकर्षक लंका मीनार में डेढ़ सौ वर्ष से अनवरत चल रहे नाग पंचमी के मेले और दंगल के आयोजन को स्थगित कर दिया गया है। शनिवार को नाग पंचमी का पावन पर्व है। उस दिन सोशल डिस्टेंस के साथ केवल सांकेतिक पूजन होगा। उक्त बात लंका मीनार के प्रबंधक डा. विवेक निगम ने एक भेंट के दौरान कही।
लंका मीनार के मालिक डा. विवेक निगम ने बताया कि उनके बाबा ने आज से डेढ़ सौ वर्ष पहले नागपंचमी के दिन लंका मीनार के प्रांगण में मेला एवं दंगल के आयोजन की परंपरा डाली थी। उसके बाद उनके पिता के द्वारा उक्त परंपरा को जीवंत रखा गया तथा इस पुराने आयोजन की ख्याति इतनी अधिक फैल गई कि इस दंगल में जनपद ही नहीं बल्कि प्रदेश के कोने कोने से पहलवान अपने दांवपेंच दिखाने के लिए आने लगे और भारी पुरस्कार और ख्याति अर्जित करने लगे। इसी वर्ष उनके परम पूज्य पिता बृजेंद्र कुमार निगम एड. का स्वर्गवास हो गया पर उनके द्वारा दी गई विरासत को बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करते रहेंगे। उसी परंपरा को जीवंत रखने में किसी प्रकार की कमी न हो इसके लिए बगैर किसी अन्य मदद के वह स्वयं अपने श्रोतों से उक्त आयोजन को कराते रहने के लिए वचनबद्ध हैं परंतु इस वर्ष कोरोना ने सारे त्यौहार, विवाह शादी, धार्मिक आयोजन सबकुछ बंद कर दिया और दिन प्रतिदिन अपना रौद्र रूप बढ़ाता ही जा रहा है जिसके चलते देश में लाक डाउन भी किया गया है जिसके अंतर्गत एेसे सभी सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध है जिनमें भीड़ एकत्र हो लिहाजा देश के कानून का सम्मान करते हुए उसके परिपालन में उक्त आयोजन स्थगित किया जाता है। सभी पहलवानों, दुकानदारों, जनता से अपील है कि घर में रहकर ही नागदेवता का पूजन अर्चन कर भगवान से प्रार्थना करें कि उक्त महासंकट से देश और दुनिया की रक्षा करें।






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