
उरई। लद्दाख में डयूटी करते हुए बीमार पड़ने से शहीद सैनिक के घर पहुचकर सदर विधायक ने उनके प्रति श्रद्धा निवेदित की और उनके स्वजनों को निजी तौर पर आर्थिक सहायता देकर कहा कि सीमाओं की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाने वाले जवानों का ऋण देश कभी नहीं चुका पायेगा।
उरई तहसील के ग्राम जैसारी कला के निवासी धर्म पाल राजपूत भारत चीन सीमा पर लद्दाख क्षेत्र में कड़ाके की सर्दी झेलते हुए सीमा की रक्षा के लिए तैनात थे। इस दौरान उनकी हालत बिगड़ गई और गत 05 अगस्त को उन्हें भारत माता के चरणों में अपनी जान गंवानी पड़ी। बाद में शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए उनके गांव लाया गया जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
रविवार को उनके बलिदान के प्रति सिर नवाने के लिए सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा, भाजपा के जिलाध्यक्ष रामेन्द्र सिंह बना के साथ जैसारी कला में उनके घर पहुचे। उन्होंने शहीद की पत्नी और उनके शोकाकुल अन्य परिजनों को ढांढस बंधाया। कहा कि उनकी कर्तव्य निष्ठा और मातृ भूमि के प्रति समर्पण के लिए सारे जनपद को उन पर नाज है। इस दौरान उन्होंने परिजनों को 51 हजार रूपये की आर्थिक सहायता भेंट की।
ग्राम वासियों व शहीद के परिजनों ने विधायक को मांगपत्र सौपा जिसके जबाव में विधायक ने शहीद जवान के घर से लेकर गांव के बाहर तक सीसी रोड के निर्माण और शहीद के नाम से गांव का प्रवेश द्वार और स्मारक बनाने का आश्वासन दिया।
विधायक के साथ जिलाध्यक्ष के अलावा किशारी लाल राजपूत, मनोज पालीवाल, दिलीप द्विवेदी, रामजी राजावत, नीरज दुबे, हरिकिशोर गुप्ता रिप्पू, प्रीती बंसल, निशा राजपूत, शिवकुमार राजपूत, वीरेन्द्र राजपूत, जीतू लोधी कुठौंदा, शैलेन्द्र राजपूत, आदर्श सोनकिया, आकाश राजपूत, दिवाकर, सुभाष पिंडारी, मयंक यादव, रत्नाकर त्रिपाठी, शिवम गुप्ता, रामू गुप्ता, उमेश तिवारी, पुप्पल, जाहर, लकी त्रिपाठी व अन्य कार्यकता रहे।






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