उरई।
होम्यो चिकित्सा पद्धति के जनक हैनीमैन की 268वीं जयंति पर अम्बेडकर चैराहे के निकट स्थित होम्योपैथिक हेल्थ केयर सेन्टर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें शहर के प्रमुख होम्यो चिकित्सकों ने इस पद्धति को रोगों के निदान के लिए सबसे सुरक्षित और सबसे कारगर पद्धति निरूपित किया। गोष्ठी का संचालन इसके मैजबान डा0 रामवीर सिंह सेंगर ने किया।
इस अवसर पर डा0 सी0पी0 सिंह ने कहा कि वर्तमान में होम्योचिकित्सा की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। प्रत्येक रोग के निदान में यह पद्धति पूरी तरह से सफल है और इसमें सबसे बड़ा गुण इसका पीडा रहित होना है। डा0 पंकज वर्मा ने कहा कि होम्योपैथी अन्य पद्धतियों की तरह रोग को कुछ समय के लिए दबाने की बजाय उसे जड़ से खत्म करने का काम करती है।
डा0 मेहेर प्रकाश ने कहा कि होम्योपैथी बिना सर्जरी के कैंसर जैसी व्याधि को समाप्त करने में सक्षम है। डा0 एस0सी0 अवस्थी ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि होम्योपैथिक दवायें लेते समय खुशबू वाली चीजों के सेवन से परहेज बरतना चाहिए तो इनका तेजी से असर होता है। डा0 मोहनवीर सिंह ने होम्योपैथी को जादुई चिकित्सा पद्धति बताया। डा0 रंजीत सिंह ने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सा असरदार होने के साथ-साथ अत्यन्त किफायती भी है।







Leave a comment