उरई।
जिले के गांधी के नाम से प्रसिद्ध समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह यादव के निधन पर पार्टी कार्यालय में एक शोक सभा जिलाध्यक्ष दीपराज गुर्जर की अध्यक्षता में आयोजित हुयी। इस दौरान उपस्थित पार्टी जनों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक गुप्ता महाबली ने कहा कि 1980 से वे उनके साथ जुड़ गये थे। इन्द्रजीत भाई साहब अत्यंत सरल स्वभाव के ईमानदार नेता थे जिन्हें गुस्सा छू नहीं गया था। उनसे पार्टी को काफी संबल मिलता था। उन्होंने कार्यकर्ताओं को हमेशा हौंसला बधाया। उनका निधन पार्टी के लिये अपूर्णीय क्षति है। पूर्व विधायक कप्तान सिंह राजपूत ने कहा कि 1988 से मुझे उनका संरक्षण प्राप्त था। उनसे मुझे राजनीति में काफी कुछ सीखने का अवसर मिला। उनके न रहने से हम लोग अपने को अनाथ महसूस कर रहे हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र बजरिया ने कहा कि इन्द्रजीत सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं में कभी निराशा की भावना नहीं पनपने दी। पूर्व जिलाध्यक्ष वीर पाल सिंह यादव ने उन्हें अपना राजनैतिक गुरू और प्रेरणाश्रोत बताया।
विधायक विनोद चतुर्वेदी ने कहा कि बड़े भाई इन्द्रजीत सिंह यादव 13 वर्ष तक जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। बाद में 27 वर्ष उन्हें लोकदल और समाजवादी पार्टी का नेतृत्व करने का अवसर मिला। उनका सुदीर्घ राजनीतिक जीवन हमेशा बेदाग रहा। जयदेव यादव ने कहा कि इन्द्रजीत भाई साहब जिले में समाजवादी पार्टी के लिये एक माली के रूप में थे जिन्होंने विभिन्न जाति समुदाय के लोगों को पार्टी से जोड़कर सुंदर बगिया बनायी। पार्टी कार्यालय भी उन्हीं के कार्यकाल में बना है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय में उनकी प्रतिमा स्थापित होनी चाहिये ताकि उनकी स्मृति सदैव पार्टी के लिये समर्पण की पे्ररणा देती रहे।
सपा नेता शफीकुर्ररहमान कश्फी ने काव्य पंक्तियों से उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। जिलाध्यक्ष देवराज गुर्जर ने कहा कि इन्द्रजीत सिंह जी यादव के मार्गदर्शन में उन्होंने बड़ों का सम्मान करने और छोटों को प्यार देने के संस्कार सीखे। उनकी कार्यशैली निर्विवाद थी। उनके निधन से पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुयी है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकेगी। उन्होंने कहा कि इन्द्रजीत सिंह यादव जी के द्वारा पोसे गये पार्टी संगठन को हम कभी कमजोर न होने देंगे।
पूर्व विधायक दयाशंकर वर्मा, जिला उपाध्यक्ष दीपू त्रिपाठी, कृष्ण गोपाल यादव, जीवन प्रताप, जमालुद्दीन पप्पू, महेश द्विवेदी सर, वेदप्रकाश यादव, महेश चन्द्र विश्वकर्मा, भानू राजपूत, राघवेन्द्र गुर्जर, वीरेन्द्र सिंह यादव, मनीराम कक्का, शैलेन्द्र श्रीवास आदि ने भी उन्हें भावुक ढंग से याद किया। अंत में उनकी स्मृति में दो मिनट का सामूहिक मौन धारण करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।







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