मेडिकल कालेज को 4.99 रूपये की दर से सोलर बिजली देने के करार को मंजूरी


उरई (सू०वि०)।

परियोजना अधिकारी यूपी नेडा राकेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि उ०प्र० शासन के निर्देशों से प्रदेश के सभी सरकारी / अर्ध सरकारी कार्यालय भवनों में सोलर रूफटॉप पावर प्लांट के अधिष्ठापन का कार्य कराये जाना लक्षित किया गया है। इसी क्रम में जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में राजकीय मेडिकल कालेज जालौन में 01 मेगावाट अर्थात 1000 कि०वा० क्षमता के सोलर पावर प्लांट का प्रस्ताव यूपीनेडा लखनऊ प्रेषित किया गया था। निदेशक यूपीनेडा लखनऊ द्वारा प्रतिस्पर्धी पारदर्शी निविदा के मध्यम से प्रति यूनिट रू0 4.99 की दर से 25 वर्षों के लिये माह जून में तीन रेस्को कम्पनियों को अनुबंधित किया गया। अनुबंधित कम्पनी HFL ( UP-2) DELHI को जालौन मेडिकल कालेज का कार्य अनुबंधित किया गया। उक्त अनुबंधित रेस्को कम्पनी HFL ( UP-2) DELHI के द्वारा आज राजकीय मेडिकल कालेज जालौन के साथ प्रति यूनिट रू0 4.99 की दर से 25 वर्षों का विद्युत विक्रय अनुबंध किया गया। प्लांट से उत्पादित विद्युत से प्रति वर्ष 15 मिलियन यूनिट राजकीय मेडिकल कालेज को हरित ऊर्जा के रूप में मिलेगी जिससे राजस्व का बड़ा हिस्सा चिकित्सा विभाग बचायेग वहीं पर्यावरण अनुकूल यह परियोजना पर्यावरणीय संतुलन में अमूल्य सहयोग करेगी।

रेस्को (Renewable Energy Service Companey) मोड क्या है?

उन्होंने बताया कि इस मोड के अर्न्तगत Renewable Energy Service Companey अपने पूर्ण व्यय पर इच्छुक शासकीय लाभार्थी संस्थान के भवन की छत पर रूफटॉप ग्रिड संयोजित सोलर रूफटॉप पावर प्लांट की स्थापना करती है तथा लाभार्थी प्रतिष्ठान को पारम्परिक ग्रिड पावर की दर से कम दर पर एक नियमित टैरिफ (प्रति यूनिट दर यूपीनेडा से अनुबंधित ) पर 25 वर्ष हेतु उत्पादित सौर पावर की आपूर्ति की जाती है जिसका उपयोग लाभार्थी संस्थान द्वारा किया जाता है, लाभार्थी संस्थान में उपभोग से बची हुई अतिरिक्त पावर विद्युत वितरण कम्पनी क्रय किये जाने की व्यवस्था भी निर्धारित की गई है। लाभार्थी संस्थान को इस मोड के अन्तर्गत संयंत्र स्थापना पर दो बिल प्राप्त होते हैं एक रेस्को द्वारा स्थापित प्लांट से विद्युत क्रय करने हेतु जो कि रेस्को एवं लाभार्थी संस्थान के मध्य पावर पर्चेज एग्रीमेंट के अनुसार होता है तथा दूसरा उपभोग की गई पारम्परिक ग्रिड पावर का विद्युत बिल इस मोड में संयंत्र की स्थापना से लाभार्थी संस्थान द्वारा एकमुश्त धनराशि का व्यय नहीं किया जाना होता है। पीपीए जितने वर्षों के लिये किया जाता है उतने वर्षों तक स्थापित संयंत्र की देख-रेख एवं संचालन का दायित्व रेस्को कम्पनी का होता है। उक्त के दृष्टिगत राजकीय मेडिकल कालेज जालौन (स्वीकृत विद्युत भार 5000 कि०वा० ) है में 1000 कि०वा० क्षमता की सीमा में रूफटॉप ग्रिड संयोजित सोलर पावर प्लांट की स्थापना कराने का कार्य माह सितम्बर 2023 के प्रथम सप्ताह में प्रारम्भ होगा जिसे तीन माह में रेस्को कम्पनी HFL (UP-2) DELHI से पूर्ण कराया जायेगा।

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