सिरसाकलार-उरई।
ब्लाॅक महेबा की दमरास ग्राम पंचायत में एक वर्ष पहले 17 लाख रूपये की लागत से दो सीसी मार्गों के निर्माण को लेकर हुयी शिकायत पर डीसी मनरेगा अवधेश कुमार दीक्षित ने जांच की थी। इसमें तकनीकी सहायक नंद किशोर नायक एवं रोजगार सेवक श्यामजी गुप्ता दोषी करार दिये गये थे। इसमें नंद किशोर नायक की सेवायें समाप्त की जा चुकीं हैं जबकि रोजगार सेवक श्यामजी गुप्ता के लिये खंड विकास अधिकारी विपिन कुमार के आदेश पर पंचायत सचिव राहुल पहारिया ने पंचायत भवन में ग्राम पंचायत की खुली बैठक आहूत की। बैठक में ग्राम प्रधान राजकुमारी सहित 10 सदस्य मौजूद रहे। निर्णय लिया गया कि रोजगार सेवक की नौकरी समाप्त न की जाये। बताते चलें कि ग्राम पंचायत में प्रधान सहित 16 सदस्य शामिल हैं। उक्त बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में ग्राम विकास अधिकारी द्वारिका प्रसाद मौजूद रहे। ग्राम पंचायत के इस रूख के बाद रोजगार सेवक के भविष्य का क्या होगा। क्या अधिकारी पंचायत की खुली बैठक की सम्मति को स्वीकार करके रोजगार सेवक की घपलेबाजी को भुला सकेंगे।







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