उरई।
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके उनकी निर्वसन परेड कराये जाने का मामला देशभर में सरकार की सांसत का कारण बनता जा रहा है। इस बीच कुछ और महिलाओं के साथ गैंग रेप के मामलों की जानकारी दी जाने से हालात और गरमा गये हैं। जालौन जिले के मुख्यालय पर मंगलवार को भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी की जिला इकाई ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। हैवानियत की उक्त घटनाओं को लेकर और साथ में मई से जारी जातीय हिंसा को काबू करने में विफल रहने पर वहां की राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। इस क्रम में सात सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को भेजा है।
इस दौरान पार्टी ने सभा आयोजित की जिसमें भाजपा के जिला मंत्री कामरेड विनय पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी अशोभनीय मामले सामने आ रहे है। गोरखपुर जो कि मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है, में भाजपा से जुड़े छात्र संगठन विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में खुला तांडव किया। वहां के कुलपति और रजिस्ट्रार पर हमला किया गया। बीच बचाव करने आयी पुलिस को भी नहीं बख्शा गया। पूरे प्रदेश में भय और अराजकता का माहौल है। भाजपा और उसके मोर्चा संगठनों को लेकर अपने मुंह मिया मिट्ठू बनकर ये लोग स्वयं को राष्ट्रवादी और संस्कारी बताते हैं जबकि गोरखपुर की घटना से यह एक बार फिर साबित हो गया कि इनका ये दावा फर्जी है। इस तरह की गुंडई करने वाले छात्र नहीं हो सकते। इन उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिये।
सभा को संबोधित करने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में जिला संगठन मंत्री कामरेड देवेश चौरसिया, पूर्व जिला मंत्री कामरेड विजय सिंह राठौर व कामरेड ऊषा किरन और गीता चोधरी रही। ज्ञापन देने वालों में कामरेड प्रभुदयाल पाल, हाशिम, धर्मेन्द्र सिंह, गंगा सिंह, अतुल कुलश्रेष्ठ, अजय श्रीवास्तव, पप्पू बैटरी, अनंत लाल जाटव, कमलेश वर्मा, राजू दहगंवा, राजेन्द्र कुमार, रवीन्द्र आजाद, मोनू दाऊ, सौरव सोनी और प्रेम नारायण आदि मुख्य थे।







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