
उरई।
खराब मौसम के कारण प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बुधवार को हैलीकाॅप्टर की बजाय सड़क के रास्ते से आ सकीं। इस कारण उनका भ्रमण एक घंटे देर से शुरू हुआ। राज्यपाल ने अपने व्यस्त कार्यक्रम में मेडिकल काॅलेज का निरीक्षण किया और पात्र व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किये। इसके बाद वे सरसौखी गांव पहुंचीं जहां उन्होंने आगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया। राज्यपाल ने डिग्री काॅलेजों के प्राचार्यों की बैठक भी ली और जिला जेल का भी निरीक्षण किया।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेेल ने विकास खंड डकोर के सरसौखी गांव में आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुविधा संपन्न बनाने के लिये 155 किटों के वितरण कार्यक्रम का उद्घाटन फीता काटकर किया। इसके बाद आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण कर कार्यकत्री चंद्रलेखा व रानू देवी से फीड बैक लिया। इस अवसर पर उन्होंने शिशुओं से संवाद भी किया। अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से कार्यकत्रियों द्वारा छोटे छोटे बच्चों के पोषण और सर्वागींण विकास में योगदान किया जा रहा है। आज इस क्रम में बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी, बीसीयूएल और बीजीसीसी/जीवीपीआर के सहयोग से जनपद जालौन के 155 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर महामहिम राज्यपाल महोदया की प्रेरणा से किटों का वितरण किया गया। उक्त किटों में बच्चों के खेलने हेतु विभिन्न प्रकार के खिलौने, झूला, साइकिल, ब्लैक बोर्ड, कुर्सियां तथा मेज आदि सामग्री वितरित की गयी है। राज्यपाल ने कहा कि धीरे धीरे सभी केन्द्रों पर इन किटों का वितरण कराया जायेगा जिससे हर केन्द्र अपने दायरे के शिशुओं को खेल खेल में पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा में दक्ष कर सके। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को माता यशोदा की संज्ञा देते हुये कहा कि छोटे छोटे बच्चों को प्री प्राइमरी की शिक्षा जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आपको सौंपी गयी है जो बहुत सौभाग्य की बात है। आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को फल वितरण किया गया।

उक्त कार्यक्रम के दौरान बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा लगाये गये विभागीय स्टाॅल का निरीक्षण करते हुये राज्यपाल ने स्टाॅल प्रदर्शन की सराहना की। कम्पोजिट विद्यालय सरसौखी में उन्होंने कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के पठन पाठन की जानकारी ली और किताब को बच्चों द्वारा पढ़वाकर सुना। इसके बाद उन्होंने छात्र छात्राओं को सामान्य ज्ञान, कहानी, महापुरूष जीवन परिचय की पुस्तक वितरित की बाद में प्राथमिक विद्यालय वृक्षारोपण किया। इस मौके पर केन्द्रीय राज्य मंत्री भानुप्रताप सिंह वर्मा, विधायक सदर गौरी शंकर वर्मा, जल शक्ति मंत्री के प्रतिनिधि मूलचन्द्र निरंजन, सरसौखी प्रधान सरला देवी, मुख्य विकास अधिकारी भीम जी उपाध्याय, डीआरडीए के परियोजना निदेशक शिवाकांत द्विवेदी, जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तेखार अहमद, महिला कल्याण अधिकारी अमरेन्द्र पौत्स्यायन, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश मुख्य रूप से मौजूद रहे।
जिला जेल के निरीक्षण के अवसर पर राज्यपाल का सबसे पहले अधीक्षक नीरज देव ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके उपरांत उन्होंने बंदियों से सीधे संवाद किया और शासन द्वारा रिहायी के संबन्ध में जानकारी ली।
राज्यपाल ने महिला बंदियों से संवाद करते हुये उनसे कहा कि भविष्य में वे आपराधिक जीवन से दूर होकर सामाजिक जीवन से जुड़ने का प्रयास करें। किशोर बंदियों से संवाद के दौरान उन्होंने उनको अपराध न करने तथा शिक्षा पूरी करने के लिये प्रेरित किया।
जिला कारागार में बंदियों के कौशल विकास मिशन के बारे में उन्हें अवगत कराया गया। राज्यपाल ने बंदियों को शिक्षित व हुनरमंद बनने की सलाह दी। इस दौरान राज्यपाल महोदया ने बंदियों को स्वच्छ पेयजल हेतु चार वाटर कूलर भेंट किये। महिला बंदियों के साथ रह रहे छोटे बच्चों को खिलौने और फलों का वितरण किया। साथ ही महिला बंदियों को साड़ियां भी भेंट की। इस अवसर पर जन प्रतिनिधि और जिलाधिकारी चांदनी सिंह पुलिस अधीक्षक इरज राजा खासतौर से उपस्थित रहे।







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