उरई।
जन शिकायतों के निस्तारण में जालौन पुलिस के थानों को पूरे प्रदेश में पहला स्थान मिला है। गौरतलब है कि हर माह प्रदेश मुख्यालय के स्तर पर आईजीआरएस पोर्टल की शिकायतों के निस्तारण की रैंकिंग होती है। इस सिलसिले में हर विभाग का अलग अलग आकलन किया जाता है। जन शिकायतों का निस्तारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शीर्ष वरीयता में है और वे चाहते हैं कि इस मामले में अधिकारी पूर्व सरकारों में अपनाये जाने वाले रवैये को छोड़े जिसमें वे पीड़ितों की शिकायतों को कोई महत्व नहीं देते थे क्योंकि उनसे उनकी आमदनी को धक्का लग सकता था। एक वजह और थी कि पीड़ितों की शिकायत पर कार्रवाई होने पर प्रभावशाली लोग नाराज हो सकते थे जिनके जोर जुल्म के कारण ही लोग शासन प्रशासन के सामने गुहार लगाने को मजबूर होते हैं। अधिकारियों की यह मानसिकता वर्तमान में भी बदल नहीं पा रही जबकि मुख्यमंत्री राम राज्य को सही तौर पर साकार करने के लिये चाहते हैं कि ऐसी स्थिति कायम कर दी जाये जिससे किसी को कराहने की जरूरत न पड़े। मुख्यमंत्री का मानना है कि अगर प्रशासन संवेदनशील बन सके तो उनकी अपेक्षा पूरी हो जाये और प्रशासन की संवेदनशीलता की यही परख है कि अधिकारी जन शिकायतों के निस्तारण में कितनी तत्परता दिखा रहे हैं। पिछले महीनों में रैंकिंग से स्पष्ट हुआ था कि लोगों का शिकायत लेकर आना कई डीएम और एसपी जुर्रत मानते हैं इसलिये शिकायतों की उपेक्षा कर देते हैं। ऐसे जिलों के डीएम और एसपी के प्रति मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी प्रकट की थी।
दूसरी ओर इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश जालौन के पुलिस अधीक्षक इरज राजा की खुद की भावना के अनुरूप है इसलिये पीड़ितों को राहत देने में कोई हीला हवाली न हो पाये इसके लिये उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के पहले दिन से ही कई मौलिक प्रयोग समय समय पर कर डाले। कुछ दिनों से उन्होंने तय किया है कि जन सुनवाई के समय में थाना प्रभारियों समेत सारे पुलिस अधिकारी मोबाइल पर वीडियो कनेक्ट रहेंगे। उनके सामने जैसे ही कोई फरियादी आता है वे संबन्धित अधीनस्थ से उसके सामने ही बात करते हैं ताकि वस्तु स्थिति स्पष्ट हो सके। इसके बाद जो भी अपेक्षित आदेश है वह तत्काल अमल के निर्देश के साथ पारित कर देते हैं। उनका यह प्रयास त्वरित न्याय की मिसाल बन गया है और आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास अभूतपूर्व ढंग से बढ़ा है।
इस क्रम में जुलाई की आईजीआरएस रैंकिंग में पुलिस की समीक्षा जिले के लिये सुखद रही। पूरे प्रदेश में जालौन के थानों को शीर्ष स्थान पर पाया गया है जो कि जिले के लिये गौरव का विषय है। लोगों का मानना है कि इसका श्रेय व्यक्तिगत रूप से पुलिस अधीक्षक इरज राजा को दिया जाना चाहिये और राज्य सरकार को हर जिले की पुलिस को उनके अनुकरण के लिये प्रेरित करना चाहिये। इसी बीच प्रकाश में आया है कि पीड़ित ट्विटर पर अगर कोई शिकायत करते हैं तो एसपी के स्तर से तत्काल कार्रवाई होती है। इसे लेकर ट्विटर पर प्रतिदिन जिले की पुलिस के प्रति आभार के ट्वीट आते रहते हैं।







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