उरई।
अदम्य साहस की मिसाल कहे जाने वाले सेना के पूर्व अधिकारी इंजीनियर जगजीवन राम दोहरे के देहावसान पर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक परिषद के पदाधिकारियों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी।
इंजीनियर जगजीवन राम दोहरे सेना की बाॅर्डर ग्रिप में 1985 में भर्ती हुये थे। उन्होंने देश की चारों सीमाओं पर सेवा देते हुये राष्ट्र भक्ति का अदभुत उदाहरण प्रस्तुत किया। वे 30 जून 2020 को सेवा निवृत्त होकर समाज की मुख्य धारा में वापस आ गये थे। गुरूवार को उन्होंने जीवन की अंतिम सांस ली। उनकी विदाई यात्रा में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष सूबेदार मेजर आशाराम दोहरे, सैनिक बंधु कमेटी के उपाध्यक्ष कैप्टन महेन्द्र सिंह, सूबेदार रामकेश प्रजापति, हवलदार रामनारायण, हवलदार रामशरण दोहरे, इंजीनियर लालाराम त्यागी, हवलदार रमाकांत दोहरे सहित करीब दो दर्जन गणमान्य लोग शरीक हुये। सभी ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धाजलि दी और ईश्वर से प्रार्थना की उनके शोकाकुल परिवार को इस असहनीय पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।







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