एट-उरई।
घर की लाइट सुधार रहे स्थानीय सेठ भगवती प्रसाद इण्टर काॅलेज के प्रधानाचार्य देवेन्द्र कुमार दुबे (55 वर्ष) का करंट लगने से दुर्भाग्यपूर्ण देहावसान हो गया।
देवेन्द्र दुबे को घर में लाइट सुधारते समय जोरदार करंट लगा जिससे वे अचेत हो गये। जब घरवालों की निगाह उन पर पड़ी तो बदहवास परिजन आनन फानन उन्हें पास के निजी अस्पताल में ले गये जहां उनको तत्काल जिला चिकित्सालय ले जाने की सलाह दी गयी।
बाद में घरवाले जब उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो डाॅक्टरों ने परीक्षण के बाद उनको मृत घोषित कर दिया। देवेन्द्र कुमार दुबे मूल रूप से झांसी जनपद के पूंछ थाना अन्तर्गत ग्राम सेसा के रहने वाले थे। 2 साल पहले वे सेठ भगवती प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर में प्रधानाचार्य नियुक्त हुये थे और तभी से एट में रह रहे थे। इसके पहले वे बरूआ सागर में कार्यरत रहे।
बुधवार को जब वह अपने घर बैठे हुये थे तभी अचानक लाइट खराब हो जाने पर इनवर्टर को देखने लगे जिसमें करंट आ गया और वे चिपक गये। पहले घर के लोग समझ नहीं पाये लेकिन जब वह अचेत होकर गिर पड़े तो उनकी हालत देखकर घबराई पत्नी चिल्लाईं जिससे आस पास के लोग भी घर पर आ गये। उन्हें फौरन पास में एक निजी डा. को ले जाकर दिखाया गया। उन्होंने उनकी हालत क्रिटिकल बताई और अविलम्ब जिला अस्पताल ले जाने को कहा। जिला अस्पताल में उनको मृत घोषित कर दिया गया। देवेन्द्र दुबे के घर में उनकी पत्नी के अलावा एक बेटा अक्कू और पुत्री दीक्षा साथ रहती थीं। घटना के बाद उनकी पत्नी सरोज और बेटा बेटी का रो रो कर बुरा हाल है।






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