माधौगढ़-उरई |
जिलाधिकारी डॉ. राजेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में सोमवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर जिलाधिकारी का कड़ा रुख सामने आया।
जिलाधिकारी ने अनुपस्थित रहने और शिथिलता दिखाने पर लेखपाल निशा यादव और मंगलकान्त गोस्वामी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं, प्रभारी खंड विकास अधिकारी माधौगढ़ अरुण कुमार और एआर कॉपरेटिव विजय कुमार के एक-एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने ईओ माधौगढ़ को निर्देश दिए कि नंदी शाला के लिए शासन को प्रस्ताव भेजें, ताकि उन्हें भी गौवंशों की तरह सुरक्षित रखा जा सके। ज्यादातर नंदी आवारा तरीके से सड़कों पर घूमते हैं,जिनसे जनहानि होने की संभावना बनी रहती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस शासन की प्राथमिकता वाला महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, ऐसे में किसी भी अधिकारी की अनुपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जो अधिकारी मौजूद नहीं रहेंगे, उनका वेतन काटा जाएगा।
कार्यक्रम में कुल 32 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से एक का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। सबसे पहली शिकायत सुबह 11:04 बजे खितौली निवासी रमेश पुत्र रामशंकर ने दी, जिन्होंने सीमांकन न होने की समस्या उठाई। दूसरी शिकायत में रामकुमार भारद्वाज ने आरोप लगाया कि राजस्व निरीक्षक ने पैमाइश किए बिना फर्जी रिपोर्ट लगाकर मामले का निस्तारण दिखा दिया।
अधिकतर शिकायतें राजस्व, पुलिस और विद्युत विभाग से संबंधित रहीं।
इस मौके पर एसपी दुर्गेश कुमार, एसडीएम राकेश सोनी, नायब तहसीलदार भुवनेन्द्र कुमार समेत जिले के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।







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