उरई। जिला आबकारी अधिकारी भूपेंद्र सिंह के निर्देशन में अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए विभाग द्वारा पूरी मुस्तैदी से कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में बुधवार को आबकारी टीम ने चौरसी डेरा पर दबिश देकर अवैध शराब निर्माण के अडडे को ध्वस्त कर दिया।
अवैज्ञानिक ढंग से बनाई गई देशी शराब के जहरीले प्रभाव से अतीत में बड़ी संख्या में पीने वाले लोग दर्दनाक मौत का निवाला बनते रहे हैं। वर्तमान सरकार की कटिबद्धता के कारण आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब के निर्माण पर स्थाई विराम लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाइयां की गयीं जिनका परिणाम सामने है। अब ऐसी शराब जिसे अनगढ़ भाषा में उतरी हुई शराब कहा जाता है, के निर्माण और बिक्री की चर्चाएं लोग भूल से गये हैं। इसके बावजूद आबकारी विभाग अपनी चैकसी में कोई ढील नही दे रहा। अवैध निर्माण के किसी छिटपुट प्रयास तक को आबकारी विभाग का रडार नही बख्सता।
इस क्रम में आबकारी विभाग को सूचना मिली थी कि चौरसी मोड़ पर कबूतरों के डेरे में अवैज्ञानिक ढंग से शराब बनाने की कारगुजारी फिर शुरू कर दी गई है। इस सूचना को तत्परता पूर्वक संज्ञान में लेकर आबकारी अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने एक टीम गठित की। जिसने मौके पर पहुंचकर अवैध शराब निर्माण के ठेके पर सटीक छापेमारी की। इसका नेतृत्व सर्किल एक के निरीक्षक लोकेश कुमार और सर्किल पांच के निरीक्षक आजाद कुमार संयुक्त रूप से कर रहे थे। मौके पर आबकारी टीम ने 30 लीटर कच्ची शराब बरामद कर ली और लगभग 400 किलोग्राम लहन नष्ट कर दिया। आबकारी की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। जिला आबकारी अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विभाग उतरी हुई शराब का निर्माण और बिक्री किसी भी कीमत पर न होने देने के लिए प्रतिबद्ध है तांकि जनजीवन से खिलवाड़ की किसी भी व्यक्ति की जुर्रत को समय रहते दबाया जा सके।







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