उरई (सू०वि०)।
उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार गुरुवार को न्यायिक अधिकारियों ने राठ रोड पर संचालित ‘‘वृद्धाश्रम‘‘ एवं मु0 लहरियापुरवा स्थित ‘‘आश्रय-गृह‘‘ का औचक निरीक्षण किया। यहां उन्होंने बहुत बारीकी से व्यवस्थाओं को परखा और आवश्यक दिशा-निर्देश भी कर्मचारीगण को दिये। न्यायिक अधिकारियों ने उक्त दोनों आश्रय स्थलों में रह रहे आश्रितों के रहन-सहन, खानपान, चिकित्सा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा और बुनियादी व्यवस्थाओं को जांचा-परखा।
सबसे पहले समाज कल्याण विभाग द्वारा राठ रोड उरई में स्वैच्छिक संस्था शिवा ग्रामोत्थान सेवा संस्था, एफ-473 गुजैनी रतनलाल नगर, कानपुर नगर के सहयोग से संचालित वृद्धाश्रम में निरीक्षण के दौरान 119 संवासी उपस्थित मिले। उपस्थित पंजिका के अनुसार रात्रिकालीन कर्मचारीगण को छोड़कर सभी कर्मचारीगण उपस्थित मिले।
वृद्धाश्रम की संवासियों से पूछा गया कि उन्हे चाय-नाश्ता और सुबह-शाम का भोजन समय से मिल रहा है या नहीं, इस पर संवासियों द्वारा बताया गया कि भोजन निर्धारित मेन्यू के अनुसार मिल रहा हैं। वृद्धाश्रम की मेडिकल डिस्पेंसरी का निरीक्षण करने पर स्टाफ नर्स उपस्थित थीं। संवासियों की चिकित्सा/ प्राथमिक उपचार हेतु डिस्पेन्सरी में आवश्यक दवायें मिली। पूछे जाने पर किसी भी संवासी द्वारा कोई समस्या नहीं बताई गई।
नगर पालिका परिषद उरई जनपद जालौन के सहयोग से मु० लहरियापुरवा में लखनऊ के एन०जी०ओ० द्वारा संचालित आश्रय गृह (शेल्टर होम) में न्यायिक अधिकारियों ने विभिन्न बिन्दुओं पर जांच-पड़़ताल की। निरीक्षण समय में प्रबन्धक शिवबाबू राठौर एवं चौकीदार उपस्थित मिला। केयर टेकर श्रीमती ऊषा देवी के बारे में पूछे जाने पर प्रबन्धक द्वारा बताया गया कि केयर टेकर श्रीमती ऊषा देवी की तबीयत खराब होने के कारण वह दो दिन के अवकाश पर हैं। मेडिकल डिस्पेंसरी का निरीक्षण करने पर समस्त दवायें सही तथा व्यवस्थित पायी गयी। यहां की आश्रित पंजिका में निरीक्षण तिथि में 13 आश्रित पंजीकृत मिले। जिनके बारे में बताया गया कि वह सब बाढ़ पीड़ित है तथा आश्रय गृह में ठहरे हुये हैं।
निरीक्षण करने वाली इस अनुश्रवण समिति में अपर जिला जज प्रथम सतीश चन्द्र द्विवेदी, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती पारुल पँवार एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अभिषेक खरे शामिल रहे ।







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