उरई। ओवर लोडेड मौरंग ट्रकों को सुरक्षित जिले से बाहर निकालने के लिए परिवहन, खनिज, राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों के लोकेशन की जासूसी करने वाले दो शातिर बुधवार को दबोच लिए गये। प्रशासन को खबर थी कि लोकेशन माफियाओं का एक बड़ा नेटवर्क जिले में सक्रिय है। जिसके कारण सरकारी राजस्व की क्षति तो हो ही रही है अधिकारियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ी हुई है।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डा. दुर्गेश कुमार ने आपसी मंत्रणा करके एसओजी को इन्हें पकड़ने का टास्क दे दिया था। लोकेशन माफिया अधिकारियों के ड्राइवर व अन्य स्टॉफ को कमीशन देकर उन्हें भी अपने साथ मिलाये रहते हैं। अधिकारियों की गाड़ी उनके आवास से बाहर निकलते ही उनकी रेकी शुरू हो जाती है। वे जिस रास्ते पर चढ़ते हैं उस रोड पर खड़े ओवर लोड ड्राइवरों को तत्काल फोन से सूचित कर दिया जाता है कि साहब का दस्ता आ रहा है। सतर्क ट्रक चालक गाड़ी रोड पर छोड़कर गुम हो जाते हैं तांकि कोई अधिकारी उन्हें पकड़ न सके। इस कार्य व्यापार में हर रोज लाखों का खेल लोकेशन माफिया कर लेते हैं।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि एसओजी ने कोतवाली पुलिस को साथ लेकर आमिर और दीपक नाम के दो लोकेशन माफिया आज धर दबोचे। इनसे उनके अन्य साथियों के नाम पूंछे जा रहे हैं। प्रशासन का इरादा पूरे लोकेशन माफियाओं के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने का है।







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