लखनऊ। शासन ने 8 आईपीएस अधिकारियों के तबादले में बदनामी की चरम सीमा पार करने वाले कानपुर देहात के एसपी सहित तीन पुलिस अधीक्षकों को हटा दिया है। लूप लाइन में पड़े कुछ आईपीएस मुख्यधारा में वापसी लेने में भी सफल रहे हैं।
कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा के बारे में वसूली के लिए अधीनस्थों को नाजायज परेशान करने की शिकायतों का अंबार था। संभवतः एडीजी जोन आलोक सिंह ने भी उनकी कारगुजारियों से ऊपर वालों को अवगत करा दिया गया था। उन्हें हटाकर आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। शामली के पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम को भी शंट किया गया है। उन्हें पीटीसी मुरादाबाद में पोस्टिंग दी गई है। श्रावस्ती के पुलिस अधीक्षक घनश्याम को सतर्कता अधिष्ठान से संबद्ध कर दिया गया है।
अलीगढ़ स्थित पीएसी की 38वीं वाहिनी की सेना नायक श्रद्धा नरेंद्र पाण्डेय कानपुर देहात की नई पुलिस अधीक्षक बनाई गयीं। एसएसएफ लखनऊ के एसपी राहुल भाटी श्रावस्ती जिले की कमान संभालेगें। बागपत में अपर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह को आईपीएस अवार्ड हो जाने के कारण शामली में पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। गौतमबुद्ध नगर के अपर पुलिस उपायुक्त डा. प्रवीण सिंह निरंजन को भी इसी कमिश्नरी में प्रमोट करके पुलिस उपायुक्त बना दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरी के उपायुक्त लाखन सिंह यादव अलीगढ़ स्थित 38वीं वाहिनी पीएसी में सेना नायक बनाये गये हैं।







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