उरई। शुक्रवार की रात जिला जजी के पास अवांछनीय तत्वों द्वारा किये गये उपद्रव का तत्काल दमन करने में प्रशासन और पुलिस की कुशलता का परिणाम है कि तनाव के बादल बरसने से पहले ही छट गये थे। इसके बाद भी पुलिस शांत नही बैठी है। अराजकता के लिए जिम्मेदार लोगों की कुंडली बड़ी कार्रवाईयों के लिए खंगाली जा रही है। पुलिस के तेवरों को देख जिले भर में सटोरिये और फड़बाज गुम हो गये हैं।
संकेत दिया जा रहा है कि कार्रवाईयों के माध्यम से ऐसी नजीर स्थापित की जायेगी कि लंबे समय तक अराजक तत्व सिर न उठा सकें। पुलिस अधीक्षक डा. दुर्गेश कुमार ने अभिसूचना तंत्र को भी अलर्ट कर दिया है। पेशेवर सटोरियों और फड़बाजों को चिन्हित कराया जा रहा है। एसओजी को भी इसमें सहायता के लिए लगाया गया है। पुलिस अधीक्षक का इरादा पेशेवर तौर पर और संगठित तरीके से आपराधिक गतिविधियां करने वाले किसी गुरु घंटाल को कार्रवाई से छूटने न देने का है। उनके निश्चय से निचले स्तर का पुलिस स्टॉफ भी सजग हो गया है।
मदद की कोई गुंजाइश न देख उपद्रव में शामिल रहे असामाजिक तत्वों में त्राहिमाम-त्राहिमाम की स्थिति पैदा हो गई है। उपद्रवियों को एनएसए में निरुद्ध करने और गैंगस्टर की कार्रवाई के जरिये आपराधिक कार्यों से खड़ी की गई उनकी जायदादें जब्त करने की व्यूह रचना भी की जा रही है। पुलिस अभी बहुत सी कार्रवाईयों को गुप्त रख रही है।







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