माधौगढ़-उरई | जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) माधौगढ़ का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया और उपस्थित चिकित्सकों व स्टाफ से कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी ली।
इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सकों की कमी
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सकों की कमी के कारण आपातकालीन सेवाओं में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। इस पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नरेंद्र देव शर्मा को तत्काल प्रभाव से अतिरिक्त चिकित्सक उपलब्ध कराने और आवश्यकतानुसार स्टाफ की संख्या बढ़ाने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इमरजेंसी सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
साफ-सफाई और ओपीडी संचालन पर विशेष ध्यान
जिलाधिकारी ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया और इसे दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मरीजों और उनके तीमारदारों से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना और तत्काल समाधान का आश्वासन दिया। चिकित्सकों को ओपीडी का समय पर संचालन, दवाइयों की नियमित उपलब्धता, और उपचार में पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कहा गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में त्वरित चिकित्सा सुविधाएं
जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि शासन की मंशा है कि ग्रामीण अंचल के मरीजों को प्राथमिक और त्वरित चिकित्सा सुविधाएं उनके नजदीक ही उपलब्ध हों। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी, तत्परता और समर्पण के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने चिकित्सा सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए सभी स्तरों पर सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी के.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। यह औचक निरीक्षण माधौगढ़ क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और ग्रामीण मरीजों को त्वरित चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।







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