माधौगढ़। समाजसेवी डॉ. लल्ला सिंह की 16वीं पुण्यतिथि के अवसर पर माधौगढ़ मंडी में श्रद्धांजलि सभा एवं मानस प्रवचन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संत महेंद्र बापू ने कहा, “सच्ची भक्ति अपने माता-पिता की सेवा करना है। यही सबसे बड़ा धर्म है और इसी से व्यक्ति का उद्धार होता है।”
बापू जी ने प्रवचन में कहा कि जीवन में चार प्रकार के ऋण होते हैं, जिनमें सबसे बड़ा ऋण माता-पिता का है। उन्होंने बताया कि दान सदैव मेहनत और पसीने की कमाई से करना चाहिए, अन्यथा उसका पुण्य फल नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि जब भी मनुष्य में अहंकार आता है तो ईश्वर स्वयं उसका अहंकार तोड़ता है।
पुण्यतिथि के अवसर पर सुबह डीएलएस ग्लोबल पब्लिक स्कूल में हवन और पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ उपस्थित लोगों ने डॉ. लल्ला सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद श्रद्धांजलि सभा में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में स्व. डॉ. लल्ला सिंह के पुत्र अनिल सिंह, विमल विनय सिंह, संजय सिंह और मानवेन्द्र सिंह ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए और कहा कि “इस प्रकार के आयोजन हमारे पिता की स्मृतियों को जीवित रखते हैं और समाज को सत्कर्म व सेवा की राह दिखाते हैं।”
इस अवसर पर जिलाधिकारी राजेश पांडे, मुख्य विकास अधिकारी, मनरेगा उपायुक्त, सांसद नारायणदास अहिरवार, पूर्व मंत्री हरिओम उपाध्याय, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष नागेंद्र गुप्ता, विभाग प्रचारक मनोज जी, उद्योगपति शीतल सिंह, विधायक प्रतिनिधि महेश पतराई, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष राजकिशोर गुप्ता, माधौगढ़ के एसडीएम, ब्लॉक प्रमुख रामराजा निरंजन, जलशक्ति मंत्री के प्रतिनिधि अरविंद चौहान, पूर्व जिला पंचायत सदस्य करण सिंह परासन, कौंच की एसडीएम ज्योति सिंह सहित क्षेत्र के अनेक प्रबुद्धजन श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित रहे।







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