कदौरा-उरई। विकास खंड कदौरा के कुसमरा बाबनी, उकुरउआ और परोसा ग्रामों के सरकारी विद्यालयों में जलदूतों की दो दिवसीय जलशाला का आयोजन किया गया। इनमें दो सौ से अधिक जलदूत, शिक्षक, शिक्षिकाएं, जल सहेलियां, जल परीक्षण से जुड़ी महिलाएं, पंप ऑपरेटर और ग्राम पेयजल एवं जल स्वच्छता समिति के पदाधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
इस अवसर पर जल जीवन मिशन की स्टैटजिक सैक्टर पार्टनर यूनोप्स के जिला सलाहकार देवेंद्र गांधी ने कहा कि जल दूतों को जल संरक्षक की भूमिका में आगे आना होगा। उन्हें प्रकृति की अमोल धरोहर जल के विवेक पूर्ण उपयोग, बचत, स्वच्छता और टोटी वाले नल के सदुपयोग पर संवाद करना है।
उन्होंने वर्षा जल चक्र को विस्तार से समझाते हुए जल को सहेजने पर जोर दिया। वहीं जल जनित वायरस से फैलने वाली बीमारियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि बीमारियों से बचने के लिए स्वच्छ जल पियें। हाथों को खाना खाने के पहले साबुन से धोने, शौंच के बाद और बीमार व्यक्तियों को छूने के बाद हाथों को जरूरी रूप से धोने के बारे में भी समझाया।
अजय पांचाल, विनय कुमार आदि ने जल दूतों को जल संचयन की शपथ दिलाई। इस दौरान शिक्षक अर्चना गुप्ता, अजय कुमार पांचाल, मुकेश कुमार, कपिल, शिवम श्रीवास्तव, विनय कुमार और जल सहेलियां अनुसुइया, दीपिका, सरोजिनी, सोनी, रजनी, बृजनंदनी, नेहा, खुशबू, आकांक्षा आदि शामिल रहीं।







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