धरोहरों के संरक्षण के नाम पर नया अभियान

उरई। इन्टैक उरई अध्याय, प्रांतीय कला धरोहर समिति संस्कार भारती एवं भारत विकास परिषद स्वामी विवेकानंद शाखा उरई के संयुक्त तत्वावधान में उरई जालौन बाईपास स्थित डॉ बृज बिहारी गुप्ता सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में धरोहर संरक्षण संवाद संपन्न हुआ। विद्यालय के प्रधानाचार्य बृजेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश के फिलाटैली विभाग के प्रमुख सलाहकार ,उच्च डाक टिकट संग्राहक तथा अपनी भारतीय सेना के इंजीनियरिंग कोर से अवकाश प्राप्त ग्वालियर से पधारे कर्नल आर के सक्सेना ने मां सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्वलित किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल सक्सेना ने बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि बच्चों यदि तुम्हें जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो समय की पाबंदी का विशेष ध्यान रखें। इसके साथ ही अपने लक्ष्य का निर्धारण करके उसी में पूरा मन लगाना चाहिए।

 संवाद कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ0  हरीमोहन पुरवार ने बच्चों को बतलाया कि अपनी धरोहर को हम चार श्रेणियां में विभक्त कर सकते हैं। प्रथम प्राकृतिक धरोहर जिसमें वन पर्वत नदियां झीलें आदि आती हैं इन्हें सुरक्षित रखने के लिए वनों के कटान नदियों झीलों आदि में गंदगी को ना फेंकना आदि से इनका  संरक्षण संभव है। द्वितीय धरोहर हमारी कला धरोहर है जिसमें चित्रकला नाट्य कला, संगीत कला आदि आती हैं। इनके संरक्षण हेतु इन कलाओं का निरंतर अभ्यास करना चाहिए। तृतीय धरोहर हमारी निर्माणित धरोहर है जिसके अंतर्गत मंदिर ,भवन ,दुर्ग ,गाढियां आदि आतीं हैं । इनके संरक्षण के लिए इनको बर्बाद ना होने देना चाहिए। समय-समय पर उनको सहजने के लिए उपक्रम करना चाहिए। हमारी चौथी धरोहर जीवित धरोहर है जिसमें हमारे रीति रिवाज परम्परायें आदि आतीं हैं। हमारे सभी रीति रिवाज वैज्ञानिकता के आधार पर हमारे पूर्वजों द्वारा निर्धारित किए गए हैं ।उन सभी को अपने दैनिक जीवन में जीने के प्रयास से उन सभी को संरक्षित किया जा सकता है। प्रधानाचार्य श्री बृजेंद्र यादव ने मुख्य अतिथि को अंग वस्त्र उढाकर उनका स्वागत किया ।श्रीमती संध्या पुरवार श्रीमती उषा सिंह निरंजन ने मुख्य अतिथि कर्नल सक्सेना जी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर उमाकांत गुप्ता ने किया तथा अंत में उन्होंने सभी आगंतुकों का विद्यालय के सभी आचार्यो,कर्मियों तथा बच्चों का आभार व्यक्त किया। पितृ पक्ष के शुभ अवसर पर डॉक्टर पुरवार ने अपनी मातुश्री चित्रा देवी की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम के पश्चात संवाद में उपस्थिति सभी बच्चों आदि को फल वितरित किये। राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।

Leave a comment

I'm Emily

Welcome to Nook, my cozy corner of the internet dedicated to all things homemade and delightful. Here, I invite you to join me on a journey of creativity, craftsmanship, and all things handmade with a touch of love. Let's get crafty!

Let's connect

Recent posts